प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली: अमेरिकी शुल्क को लेकर अनिश्चितता, व्यापार तनाव और फेडरल रिजर्व द्वारा मौद्रिक नीति में ढील की बढ़ती उम्मीदों के बीच वैश्विक बाजारों में मजबूत रुख के चलते सोमवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में उछाल दर्ज हुआ। सोने की कीमत 1,300 रुपये प्रति 10 ग्राम के उछाल के साथ नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं। अखिल भाारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना लगातार चौथे दिन मजबूत हुआ।
आज इसकी कीमत 1,300 रुपये के उछाल के साथ 90,750 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए उच्चस्तर पर पहुंच गई। गुरुवार को यह 89,450 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 1,300 रुपये उछलकर 90,350 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्चस्तर पर जा पहुंचा। गुरुवार को यह 89,050 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक- कमोडिटी सौमिल गांधी के अनुसार, कई कारकों ने कीमती धातुओं की रिकॉर्ड-तोड़ तेजी में योगदान दिया है, जिनमें केंद्रीय बैंकों द्वारा खरीद और वैश्विक आर्थिक अस्थिरता शामिल है। गांधी ने कहा कि इसके अलावा, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्यापार और आर्थिक नीतियों के कारण सुरक्षित पनाहगाह समझी जाने वाली परिसंपत्तियों की मांग बढ़ी है। इस साल अबतक, सोने की कीमतें एक जनवरी को 79,390 रुपये प्रति 10 ग्राम से 11,360 रुपये या 14.31 प्रतिशत बढ़कर 90,750 रुपये हो गई है। शुक्रवार को होली के अवसर पर सर्राफा बाजार बंद थे।
चांदी की कीमतें भी 1,300 रुपये बढ़कर 1,02,500 रुपये प्रति किलोग्राम के नए सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गईं। गुरुवार को चांदी 1,01,200 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में, हाजिर सोना 14.48 डॉलर बढ़कर 2,998.90 डॉलर प्रति औंस हो गया। शुक्रवार को इसने 3,000 डॉलर प्रति औंस के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर लिया था। कॉमेक्स सोना वायदा 3,007 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था। शुक्रवार को इसने 3,017.10 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड उच्चस्तर को छुआ था।
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अबंस फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी चिंतन मेहता ने कहा कि मुद्रास्फीति घटने के कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में और कटौती की उम्मीद बढ़ने के कारण सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई के करीब बनी हुई हैं। मेहता ने कहा कि भू-राजनीतिक जोखिमों ने सर्राफा की कीमतों को मजबूत किया है, क्योंकि अमेरिका ने पुष्टि की है कि वह यमन के हूतियों के खिलाफ तब तक हमले जारी रखेगा जब तक कि वे लाल सागर में जहाजों पर हमले बंद नहीं कर देते, जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है।