शेयर मार्केट (सौजन्य : सोशल मीडिया)
मुंबई : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी के कारण दुनिया भर की इकोनॉमी को तगड़ा झटका लगा है, जिसके चलते ग्लोबल इकोनॉमी पर खतरे का साया मंडरा रहा है। यही कारण है कि ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी की पूरी दुनिया में आलोचना हो रही है। दुनिया भर के शेयर मार्केट ठप पड़ गए हैं। अमेरिका और चीन से लेकर भारत तक हर अर्थव्यवस्था इस समय अपने सबसे बुरे दौर में से गुजर रही है।
ग्लोबल शेयर बाजार के क्रैश होने के बाद भी ट्रंप ने अपनी टैरिफ पॉलिसी में किसी भी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया है। ट्रंप की टीम ने रविवार को देर शाम को एक बयान जारी करते हुए कहा कि टैरिफ एजेंडे पर कायम रहा जाएगा। साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि कभी कभी कई चीजों को सुधारने के लिए कड़वी दवा का सहारा भी लेना पड़ता है। ट्रंप के इस बयान से ये साफ जाहिर होता है कि वो अपनी टैरिफ पॉलिसी से पीछे नहीं हटने के कोई इशारा नहीं दिया है।
ग्लोबल शेयर मार्केट में भारी गिरावट आने के बाद से ट्रंप की टीम के ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट, कमर्शियल सचिव हॉवर्ड लुटनिक और अन्य ने रविवार को इस पर जोर दिया और ऐलान किया है कि ट्रंप अपने टैरिफ एजेंडे पर कायम रहने वाले हैं, चाहें इसका बाजार पर कैसा भी असर क्यों ना हो। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टॉप इकोनॉमी ऑफिसर्स ने महंगाई और मंदी के निवेशकों के डर को खारिज किया है। उन्होंने ग्लोबल टैरिफ के चलते मार्केट में होने वाली दुष्प्रभावों के लिए किसी भी प्रकार की कोई माफी नहीं मांगी हैं।
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आपको बता दें कि अमेरिका में मंदी की उम्मीद के चलते तकरीबन दुनियाभर के सभी शेयर मार्केट क्रैश हो गए हैं। राष्ट्रपति ट्रंप के टैरिफ पॉलिसी लगाने के बाद से ही अमेरिकी मार्केट में उतार-चढ़ाव देखने के लिए मिल रहा है। पिछले 2 हफ्तों में सिर्फ 2 दिन में अमेरिकी स्टॉक मार्केट में 5 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा की गिरावट देखी गई। एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग करीब 11 प्रतिशत, जापान का निक्की 225 करीब 7 प्रतिशत, चीन का शंघाई एसएसई कम्पोजिट 6 प्रतिशत से ज्यादा और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी 5 प्रतिशत की गिरावट में रहा। आज सोमवार को भारतीय शेयर बाजार तकरीबन 4000 अंकों से तक टूट गया।