इंदौर में डिजियात्रा सिस्टम शुरू (सोर्स: सोशल मीडिया)
भोपाल: मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के देवी अहिल्याबाई होलकर हवाई अड्डे पर आज से ‘डिजियात्रा’ की सुविधा शुरू कर दी गई है। इससे पहले कई दिनों तक इस सिस्टम को लेकर एक्सपेरिमेंट किया गया था। जिसके बाद आज से यह सुविधा शुरू कर दी गई।
डिजीयात्रा एक हाई एडवांस टेक्नोलॉजी वाली पहल है, जो हवाई अड्डे पर एयर पोर्ट पर एंट्री के वक्त इस्तेमाल किया जाता है। इस सिस्टम का इस्तेमाल स्ट्रॉन्ग सुरक्षा और कागज़ रहित प्रक्रिया बनाने के लिए किया जाता है।
इंदौर एयरपोर्ट की जानकारी देते हुए हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने बताया कि एक्सपेरिमेंट के दौरान 100 में से औसतन 15 यात्रियों ने इस सिस्टम का इस्तेमाल किया है। इस सिस्टम को लेकर यात्रियों से पॉजीटिव रिव्यू मिले हैं।
बता दें कि इस सिस्टम को केंद्रीय नगर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने विशाखापत्तनम में एक कार्यक्रम के दौरान लॉन्च किया। जबकि आठ अन्य हवाई अड्डों पर ऑनलाइन माध्यम से इस सुविधा को शुरू की गई। इनमें इंदौर का हवाई अड्डा भी शामिल है। इस दौरान स्थानीय हवाई अड्डे पर इंदौर के लोकसभा सांसद शंकर लालवानी भी मौजूद रहे।
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‘फेशियल रिकग्निशन टेक्नोलॉजी’ पर आधारित ‘डिजियात्रा’ सेवा हवाई अड्डे के अलग-अलग स्थानों पर यात्रियों को संपर्करहित और निर्बाध आवा-जाही की सुविधा प्रदान करती है। इंदौर के हवाई अड्डे के निदेशक विपिनकांत सेठ ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ हमने पिछले दिनों एक प्रयोग के तौर पर हवाई अड्डे पर डिजियात्रा की सुविधा का विकल्प पेश किया था। इस दौरान हर 100 में से औसतन 15 यात्रियों ने इस सुविधा का इस्तेमाल किया।”
उन्होंने बताया कि हवाई अड्डे में दाखिल होने के लिए यात्रियों को एंट्री गेट पर अपने पहचान पत्र और टिकट की जांच कराने में काफी का समय लगता है, लेकिन ‘डिजियात्रा’ की मदद से अब महज पांच सेकंड के भीतर हवाई अड्डे में प्रवेश कर सकते हैं। सेठ ने बताया कि इंदौर के हवाई अड्डे पर रोजाना 4,500 से 5,000 यात्रियों की आवा-जाही है। उन्होंने बताया कि फिलहाल घरेलू गंतव्यों की यात्रा पर रवाना होने वाले लोगों के लिए ‘डिजियात्रा’ सुविधा की शुरुआत की गई है।