वेज थाली (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : टमाटर और आलू की कीमतें इतनी बढ़ गई है कि अब लगता है कि ये दोनों सब्जियां जल्द ही थाली से गायब हो सकती है। इस महंगाई के कारण घर की साधारण शुद्ध शाकाहारी थाली नॉन वेज थाली से भी ज्यादा हो गई है। अगर अक्टूबर के महीने के आंकड़ों के बारे में बात की जाए तो घर पर खाने वाली साधारण वेज थाली की कीमतों में 7 प्रतिशत से भी ज्यादा बढ़त देखने को मिल रही है।
बताया जा रहा है कि इस समान महीने में नॉन वेज थाली की कीमते में 2 प्रतिशत तक की तेजी देखने को मिली है। इस बात का सीधा मतलब है कि आलू और टमाटर की कीमतों ने आम लोगों के साधारण खाने को कितना महंगा कर दिया है। ये जानकारी रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के द्वारा जारी की गई है।
टमाटर और आलू की बढ़ती कीमतों ने नवंबर के महीने में घर पर खाने वाली शुद्ध शाकाहारी थाली भी पिछले साल की तुलना में 7 प्रतिशत तक महंगी हो गई है। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने अपनी मासिक रिपोर्ट रोटी चावल दर में ये बताया है कि नवंबर के महीने में शाकाहारी थाली की कीमतों में सालाना आधार पर 7 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है और इस बढ़त के साथ ये थाली 32.7 रुपये तक हो गई है।
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शाकाहारी थाली के महंगे हाने का प्रमुख कारण टमाटर और आलू के महंगे होने को बताया जा रहा है, क्योंकि टमाटर की कीमतों में 35 प्रतिशत और आलू की कीमतों में लगभग 50 प्रतिशत तक की बढ़त देखी जा रही है। पिछले ही महीने में टमाटर की कीमत 53 रुपये प्रति किलो और आलू की कीमत 37 रुपये प्रति किलो तक हो गई है। इतना ही नहीं दाल की कीमतों में भी 10 प्रतिशत तक की बढ़त देखने को मिली है।
पिछले ही महीने में नॉनवेज थाली की कीमतों में 2 प्रतिशत तक का उछाल देखा गया है और ये बढ़कर 61.5 रुपये तक हो गई है। इस दौरान ब्रॉयलर मुर्गे की कीमतों में भी 3 प्रतिशत तक की बढ़त देखने को मिल रही है। अक्टूबर महीने की तुलना में शाकाहारी थाली की कीमतों में 2 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिल रही है, इस गिरावट के पीछे का कारण टमाटर की कीमतें 17 प्रतिशत तक गिरने के कारण आयी है।