मुंबई: एक आम निवेशक के लिए शेयर बाजार (Stock Market) में सीधे निवेश कर कमाना आसान नहीं है क्योंकि हजारों कंपनियों में से सही कंपनी का चयन करना बहुत ही मुश्किल कार्य है। रिटेल निवेशक (Retail Investors) के पास सीमित पूंजी होती है। उसमें भी यदि गलत स्टॉक का चयन हो गया तो फायदे की बजाय घाटा हो जाता है। टॉप कंपनियों के शेयर यानी ब्ल्यूचिप स्टॉक (BlueChip Stocks) में भी हमेशा फायदा हो, यह जरूरी नहीं है। जैसे सेंसेक्स-निफ्टी (Sensex-Nifty) में शामिल रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, कोटक बैंक, इंफोसिस, टीसीएस, विप्रो, एशियन पेंट, एचयूएल, बीपीसीएल जैसे ब्लूचिप शेयरों में पिछले 1-2 साल में या तो नुकसान है या फिर मामूली रिटर्न मिला है। इसी कारण म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) लोकप्रिय हो रहे हैं। रिटेल निवेशकों के लिए म्यूचुअल फंड सही है। मध्यम से लंबी अवधि में अच्छे रिटर्न (Higher Returns) के साथ वेल्थ (Wealth) बनाने में इक्विटी फंड (Equity Funds) सही साबित हो रहे हैं क्योंकि स्मार्ट फंड मैनेजर (Fund Managers) अपनी कुशलता, अनुभव और रिसर्च की बदौलत बाजार से कमाई करने में सफल हो जाते हैं, लेकिन सभी म्यूचुअल फंड कंपनियों का प्रदर्शन एक समान नहीं रहता है। इनमें भी सही फंड स्कीम और सही फंड हाउस का चयन करना जरूरी है।
देश में 44 फंड हाउस यानी एसेट मैनेजमेंट कंपनियां (AMC) कार्यरत हैं, जिनकी सैकड़ों स्कीम्स हैं। लेकिन निवेशकों को लगातार बढ़िया प्रतिफल देने में कुछ फंड हाउस ही सफल हो रहे हैं, जिनके पास अच्छे फंड मैनेजरों की टीम है। इस लेख में ‘नवभारत’ लार्ज कैप, मिड कैप, स्मॉलकैप और टैक्स बचत फंड (ELSS) कैटेगरी की ग्रोथ प्लान वाली सर्वश्रेष्ठ 25 इक्विटी फंड स्कीमों की जानकारी दे रहा है, जिन्होंने पिछले एक साल ही नहीं बल्कि 3, 5 और 10 वर्षों में भी बेंचमार्क से अच्छा रिटर्न प्रदान कर लाखों निवेशकों की वेल्थ बनाई है। इन 25 फंडों में निवेशकों को 1 साल में 18% से लेकर 40% तक का जबरदस्त फायदा मिला है। जबकि 10 वर्षों में 12.6% से लेकर 30% तक का बढ़िया वार्षिक रिटर्न प्राप्त हुआ है।
लार्ज कैप फंड में 5 गुना तक का जोरदार फायदा
इक्विटी स्कीमों में सबसे ज्यादा प्रचलित लार्ज कैप कैटेगरी है। इन स्कीमों का निवेश देश की प्रमुख कंपनियों में किया जाता है। जिनमें लगभग 80% लार्जकैप और शेष 15 से 20% मिड एवं स्मॉलकैप शेयरों में किया जाता है। इसलिए लार्ज कैप फंड में जोखिम सबसे कम रहता है। इसमें लगभग सभी फंड हाउस की स्कीम हैं, लेकिन कुछ ही स्कीम ही बेंचमार्क (सेंसेक्स-निफ्टी) से अधिक फायदा दे रही हैं। पिछले एक साल में सेंसेक्स-निफ्टी में 15% की तेजी आई है। 30 सितंबर 2023 तक के आंकड़ों के मुताबिक, लार्ज कैप कैटेगरी में सबसे ज्यादा 27% का शानदार रिटर्न निपोन इंडिया म्यूचुअल फंड के लार्ज कैप फंड ने दिया है। 16,000 करोड़ रुपए से अधिक के प्रबंधन कोष (AUM) वाले निपोन लार्ज कैप फंड (Nippon India Large Cap Fund) ने 10 वर्षों में भी सर्वाधिक रिटर्न दिया है। 10 वर्षों में इसका औसत वार्षिक रिटर्न 17.4% रहा है यानी 5 गुना से अधिक का जोरदार फायदा। यदि किसी निवेशक ने इसमें 10 साल पहले 1 लाख रुपए निवेश किया होगा, जो उसकी वैल्यू अब 5.30 लाख रुपए हो गयी है। निपोन इंडिया लार्ज कैप के फंड मैनेजर शैलेष राज भान और आशुतोष भार्गव हैं। दूसरे स्थान पर एचडीएफसी टॉप 100 फंड (HDFC Top 100 Fund) रहा है, जिसने 25.8% रिटर्न दिया है। इसके फंड मैनेजर राहुल बैजल हैं। 23.1% रिटर्न के साथ आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ब्लूचिप फंड (ICICI Prudential Bluechip Fund) तीसरे स्थान पर हैं। इसके फंड मैनेजर अनीश टावकले और वैभव दूसड हैं। जबकि 21.5% रिटर्न के साथ एडेलवायज लार्ज कैप (Edelweiss Large Cap Fund) चौथे स्थान पर है। इसके फंड मैनेजर भावेश जैन और भरत लाहोटी हैं। 19.8% रिटर्न के साथ एसबीआई ब्लूचिप (SBI Bluechip Fund) पांचवें स्थान पर है। 39,000 करोड़ रुपए से अधिक के प्रबंधन कोष वाले इस बड़े फंड का प्रबंधन भारत की सफल महिला फंड मैनेजर सोहिनी अनदानी कर रही हैं। देश के सबसे बड़े फंड हाउस एसबीआई म्यूचुअल की यह स्कीम 10 वर्ष की सूची में दूसरे स्थान पर है। विगत 10 वर्षों में इसने औसत 16% का वार्षिक रिटर्न प्रदान कर निवेशकों की अच्छी वेल्थ बनाई है। इसमें 10 साल पहले किया गया 1 लाख रुपए का निवेश अब बढ़कर 4.33 लाख रुपए हो गया है। ये सभी कोष प्रबंधक अपनी सूझबूझ और चतुराई से निवेश करते हुए बाजार से अच्छा फायदा बटोर कर अपने निवेशकों को मालामाल कर रहे हैं।
बाजार से एक कदम आगे चलना जरूरी : ताहेर बादशाह
इन्वेस्को म्यूचुअल फंड (Invesco Mutual Fund) के मुख्य निवेश अधिकारी ताहेर बादशाह (Taher Badshah) ने कहा कि विगत कुछ वर्षों से शेयर बाजार में सेक्टर और मार्केट कैप रोटेशन फास्ट होने लगा है। कभी कोई सेक्टर चलता है तो कभी लार्जकैप तो कभी मिड और स्मॉलकैप। इसलिए हमेशा चौकन्ना रहना पड़ता है। बाजार से एक कदम आगे चलना जरूरी होता है। स्मार्ट फंड मैनेजर वही होता है, जो बाजार की अगली चाल क्या होगी, वह पहले से ही भांप ले। अच्छे रिटर्न के लिए जोखिम कम से कम रखते हुए बाजार से एक कदम आगे और उचित मूल्य। इन्वेस्को म्यूचुअल में हम यही नीति अपनाते हैं। हमारा फोकस हमेशा लॉन्ग टर्म कंपाउंडिंग ग्रोथ पर रहता है, लेकिन शॉर्ट टर्म वोलैटिलिटी भी ध्यान में रखनी पड़ती है। तभी हमारे फंडों का रिटर्न बेंचमार्क से अच्छा आ रहा है। हमारा मानना है कि देश की इकोनॉमिक ग्रोथ अच्छी हो रही है। इसलिए मिडकैप और स्मॉलकैप में तेजी का रुख बना रह सकता है। लार्जकैप में भी वैल्यूएशन अच्छी हो गयी है। रिटेल निवेशकों के लिए अब यही सलाह है कि एकमुश्त निवेश के लिए मल्टीकैप और फ्लेक्सी कैप तथा एसआईपी निवेश के लिए मिड और स्मॉलकैप फंड पर फोकस करें।
बॉटम-अप आयडियाज के कारण अच्छा प्रदर्शन : आशुतोष भार्गव
निपोन इंडिया म्यूचुअल फंड (Nippon India Mutual Fund) के हेड-इक्विटी रिसर्च आशुतोष भार्गव (Ashutosh Bhargava) ने कहा कि पिछले एक साल में भी हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा। हमने घरेलू डिमांड से जुड़े कैपिटल गुडस, होटल्स, रिटेल जैसे सिकलिकल (चक्रीय) सेक्टर पर अधिक फोकस रखा। साथ ही साथ हमारी रिसर्च टीम द्वारा चयनित बॉटम-अप आयडियाज के कारण भी हम अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम रहे। यही कारण है कि निपोन की लगभग सभी इक्विटी फंड स्कीमों ने लगातार बेंचमार्क से बेहतर रिटर्न दिया है। निवेशकों को अब एक संतुलित एप्रोच रखनी चाहिए। पिछले 6 महीनों में जो रिटर्न रहा है, अब उतने अच्छे रिटर्न की उम्मीद अगले 6 से 12 माह रखना थोड़ा सही नहीं होगा। अब फ्लेक्सी कैप, मल्टीकैप फंड अच्छे विकल्प हैं। अब जो माहौल दिख रहा है, उसे देखते हुए निवेशकों को एसेट अलोकेशन पर बैलेंस एडवांटेज, मल्टी एसेट अलोकेशन जैसी फंड स्कीमों पर भी ध्यान देना चाहिए।
अब लार्ज और मिडकैप पर अधिक फोकस : आनंद वरदराजन
टाटा म्यूचुअल फंड (Tata Mutual Fund) के बिजनेस हेड आनंद वरदराजन (Anand Varadarajan) ने कहा कि मार्केट में इस साल मिडकैप, स्मॉलकैप इंडेक्स में ज्यादा तेजी आई है। इसी कारण मिडकैप फंड और स्मॉलकैप फंड का परफॉर्मेंस शानदार रहा है। पिछले एक साल में टाटा मिडकैप फंड और टाटा स्मॉलकैप फंड ने 29% से अधिक का रिटर्न दिया है। जबकि लार्जकैप शेयरों वाले इंडेक्स सेंसेक्स व निफ्टी में तेजी कम आई है। इसके बावजूद टाटा लार्जकैप फंड ने निफ्टी से ज्यादा 19% का रिटर्न दिया है। इसकी वजह हमारी ‘ग्रोथ एट रिजनेबल प्राइस’ की नीति है। हम सभी इक्विटी फंडों में जोखिम कम रखने और बेहतर रिटर्न के लिए यह नीति अपनाते हैं। हमारा मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की तेज गति के कारण अब लार्जकैप शेयर अधिक चलेंगे। पिछले 2-3 साल से कई लार्जकैप शेयर चले भी नहीं हैं। अंडरपरफॉर्म रहे हैं। इस कारण अब लार्जकैप शेयरों की वैल्यूएशन आकर्षक हो गयी है। निवेशकों के लिए अब लार्जकैप और मिडकैप फंड पर अधिक फोकस रखना उचित होगा।