हेल्थकेयर सेक्टर (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी कंपनी ACKO इंडिया हेल्थ इंश्योरेंस ने हाल ही में अपनी एक रिपोर्ट जारी की है। ACKO इंडिया हेल्थ इंश्योरेंस इंडेक्स 2024 की इस रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में हेल्थकेयर की लागत में सालाना आधार पर लगभग 14 प्रतिशत की बढ़त हो रही है।
इस रिपोर्ट के आधार पर पता चला है कि देश में अब इलाज करवाना आपकी जेब के लिए महंगा साबित हो सकता है, क्योंकि स्वास्थ्य सेवा की लागत हर साल महंगी होती जा रही है। इस क्षेत्र से जुड़ी मुद्रास्फीति दर में भी बढ़त देखने को मिली है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि, “भारत में हेल्थकेयर से जुड़ी मुद्रास्फीति 14 प्रतिशत दर्ज की गई है। साथ ही इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि देश में अस्पताल के 23 प्रतिशत खर्च उधार के माध्यम से फाइनेंस किए जाते हैं, जो परिवारों के फाइनेंशियल कंडीशन पर काफी दबाव डालता है।
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ACKO इंडिया हेल्थ इंश्योरेंस ने प्रमुख बीमारियों को लेकर भी इसमें विशेष तौर पर ध्यान दिया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि देश की राजधानी दिल्ली, भारत में किडनी रोग की राजधानी के रूप में उभरी है, जहाँ किडनी स्वास्थ्य से संबंधित स्वास्थ्य बीमा दावों का सबसे अधिक हिस्सा है। साथ ही इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि राजधानी के बाद, किडनी रोग के लिए स्वास्थ्य बीमा में सबसे अधिक दावे कोच्चि से किए गए। दिल्ली एनसीआर में किडनी स्वास्थ्य से संबंधित दावों का हिस्सा सबसे अधिक था। कोच्चि, सिकंदराबाद, बेंगलुरु और जयपुर के दावों का हिस्सा राष्ट्रीय औसत से अधिक था।”
इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि किडनी और गुर्दे की समस्याओं का दावा करने वाले रोगियों की औसत आयु 47 वर्ष है, जो एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य चिंता का संकेत है। उल्लेखनीय रूप से, पिछले साल किडनी से संबंधित समस्याओं के लिए सूचकांक के अनुसार सबसे बड़ा बिल 24,73,894 रुपये का था, जो इन स्वास्थ्य स्थितियों से जुड़े वित्तीय बोझ को दर्शाता है। किडनी स्वास्थ्य के अलावा, रिपोर्ट हृदय रोग सहित अन्य गंभीर स्वास्थ्य मुद्दों पर भी प्रकाश डालती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोलकाता और मुंबई में हृदय संबंधी बीमारियों के लिए सबसे ज़्यादा दावे किए जाते हैं, जहाँ 31 से 50 वर्ष की आयु के बीच हृदय रोगों के लिए अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि “कोलकाता और मुंबई हार्ट अटैक जैसे संचार प्रणाली के विकारों के मामले में महानगरों की सूची में सबसे ऊपर हैं।”
(एजेंसी इनपुट के साथ)