पीएमएमवाई (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : केंद्र की मोदी सरकार ने देश के सभी लोगों को आगे बढ़ाने के लिए कई प्रकार की योजनाओं की शुरूआत की है। इन्हीं स्कीम्स में से प्रधानमंत्री मुद्रा योजना भी एक हैं। इस स्कीम को कुछ समय पहले ही पूरा हुए 10 साल हुआ है।
नरेंद्र मोदी की सरकार की ओर से चलायी जाने वाली इस स्कीम से ना सिर्फ पुरुषों को बल्कि महिलाओं को भी सशक्त बनाने में भी काफी जरूरी भूमिका निभायी है और लगातार इससे देश की महिलाएं भी जमकर इसका फायदा उठा रही है। इस स्कीम के लाभार्थियों में 68 प्रतिशत हिस्सा योगदान महिलाओं का है।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना लोन के अंतर्गत देश वासियों को उनके छोटे नॉन कॉर्पोरेट, नॉन एग्रीकल्चर स्मॉल/माइक्रो बिजनेस के लिए 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है। इस स्कीम में देश की महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। इस योजना के माध्यम से सरकार ने महिलाओं को आर्थिक तौर पर मजबूत बनाने के लिए बिना किसी प्रॉपर्टी के लोन दिया है।
केंद्र सरकार की इस लोन स्कीम में महिलाओं को उनका खुद का काम शुरू करने के लिए लोन दिया जाता है। इस स्कीम में सिर्फ महिलाओं को ही नहीं बल्कि पुरुषों को भी लोन मिलता है, हालांकि आंकड़ों के अनुसार, इस स्कीम से देश की महिलाओं को जमकर फायदा हुआ है। इन लोन लेने वालों को संपत्ति ना होने के बाद भी 10 लाख रुपये तक का ही लोन मिलता है। इससे वो सिलाई यूनिट्स, ब्यूटी पार्लर, फूड स्टॉल्स और रिटेल स्टोर्स जैसे स्मॉल वेंचर को शुरू कर सकती हैं।
केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी ने योजना के बारे में कहा है कि सरकार की ओर से चलायी गई इस स्कीम में 68 प्रतिशत योगदान महिलाओं का हैं। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत 52 करोड़ लोगों को बिजनेस शुरू करने के लिए 33 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के बिना गारंटी वाले लोन दिए गए हैं। पिछले 10 सालों में हमारी सरकार ने 52 करोड़ लोगों को 33 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के बिना गारंटी वाले लोन दिए हैं। ये लोन 50,000 रुपये से लेकर 20 लाख रुपये तक के हैं। इस स्कीम के अंतर्गत देशभर में 68 प्रतिशत महिलाओं ने मजदूरी को पीछे छोड़कर खुद का बिजनेस शुरू किया है।