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मुंबई: भारत में 50 लाख लोग सीधे कोयला खनन पर निर्भर हैं और देश जी-20 बैठक में ‘उचित ऊर्जा बदलाव’ पर जोर देगा। एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने सोमवार को यह बात कही। कोयला सचिव अमृत लाल मीणा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि भारत अपने लोगों की खुशहाली के लिए तेजी से वृद्धि करने का इच्छुक है और इसके लिए उसने न्यायपूर्ण जलवायु कार्यवाही का रास्ता चुना है।
उन्होंने कहा कि देश एक संतुलित वृद्धि मॉडल के साथ आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि हमारे अनुमान के मुताबिक लगभग 50 लाख लोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कोयला खनन गतिविधियों में लगे हुए हैं। खासकर पूर्वी भारत के राज्यों में ऐसा है। मीणा ने कहा कि आगे का रास्ता तय करने के लिए इन 50 लाख लोगों की आजीविका, वैकल्पिक व्यवसाय, स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा से जुड़े सवालों पर विचार किया जाना चाहिए।(एजेंसी)