सीएम नीतीश सोमवार को मेट्रो को दिखाएंगे हरी झंडी, फोटो- सोशल मीडिया
Patna Metro Inauguration: पटना में शुरू हो रही मेट्रो की यह सेवा 4.3 किलोमीटर लंबे रूट पर चलेगी। इसमें तीन स्टेशन आईएसबीटी, जीरो माइल और भूतनाथ रोड शामिल हैं। पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (PMRCL) ने मेट्रो के परिचालन की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
उद्घाटन के साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कॉरिडोर-1 के तहत पटना जंक्शन से न्यू आईएसबीटी तक छह भूमिगत मेट्रो स्टेशनों और 9.35 किलोमीटर लंबी सुरंग की आधारशिला भी रखेंगे। इस परियोजना का निर्माण कार्य अगले 42 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य है।
उद्घाटन के लिए मेट्रो के कोचों को बिहार की समृद्ध मधुबनी पेंटिंग से खास तौर पर सजाया गया है। कोचों की खिड़कियों और दरवाजों पर गोलघर, महाबोधि मंदिर, नालंदा के खंडहर और बुद्ध स्तूप जैसे प्रतीक चिह्न दर्शाए गए हैं। यह डिजाइन बिहार की सांस्कृतिक पहचान और कला को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तैयार की गई है।
मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त जनक कुमार गर्ग पहले ही इस प्रायोरिटी कॉरिडोर के तीन स्टेशनों को संचालन के लिए मंजूरी दे चुके हैं। उन्होंने सिग्नलिंग सिस्टम, ट्रैक की मजबूती, ट्रेन की गति और ब्रेकिंग सिस्टम की गहन जांच की। सभी मानकों पर खरा उतरने के बाद मेट्रो को जनता के लिए सुरक्षित घोषित किया गया। शुरुआती चरण में ट्रेन की अधिकतम गति 40 किमी प्रति घंटा रखी गई है।
आईएसबीटी से जीरो माइल का किराया 15 रुपये और न्यू आईएसबीटी से भूतनाथ स्टेशन का किराया 30 रुपये निर्धारित किया गया है। प्रत्येक मेट्रो कोच में यात्रियों की सुरक्षा के लिए 360-डिग्री सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। फिलहाल मेट्रो का परिचालन सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक होगा। हर 20 मिनट के अंतराल पर ट्रेनें उपलब्ध रहेंगी और रोजाना 40 से 42 फेरे लगाए जाएंगे। महिलाओं और दिव्यांगों के लिए प्रत्येक ट्रेन में 12-12 सीटें आरक्षित की गई हैं।
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को ही बेली रोड स्थित भूमिगत खंड के निर्माण कार्य का शिलान्यास भी करेंगे। पटना मेट्रो की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस (BSAP) को सौंपी गई है। सरकार का दावा है कि इस परियोजना से राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था में बड़ा सुधार होगा और शहर को आधुनिक परिवहन की दिशा में नई पहचान मिलेगी।