राबड़ी देवी, नीतीश कुमार
पटना: पटना समेत पूरे बिहार में होली की खुमारी छाई हुई है। गांव से लेकर शहर तक लोग होली के उत्साह में डूबे हुए हैं। होली के मौके पर अक्सर जीजा-साली एक दूसरे को रंग लगाते और एक दूसरे पर वार करते नजर आते हैं। वहीं, बिहार में होली की खुमारी के बीच विधान परिषद में कुछ ऐसी सियासी तस्वीरें देखने को मिलीं जब देवर-भौजी के बीच वार-पलटवार का दौर चलता रहा। जी हां! हम बात कर रहे हैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बीच हुए आमना-सामना की।
दरअसल, बिहार विधान परिषद में जब ये दोनों आमने-सामने आए तो राबड़ी देवी ने खड़े होकर कहा कि बिहार में कोई काम नहीं हुआ है। राबड़ी देवी के आरोपों का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद खड़े होकर विरोध जताया। उन्होंने साफ कहा कि राजद के शासन में बिहार में कोई काम नहीं हुआ है। उनके पति चले गए और उन्होंने उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया।
सीएम नीतीश ने आगे कहा कि उनके पति को 3 बार मौका दिया गया लेकिन कुछ नहीं हुआ, अंत में वे छोड़कर यहां आ गए। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ। राबड़ी देवी के साथ ही राजद के अन्य सदस्य भी सदन में खड़े हो गए। राजद की एक महिला एमएलसी ने आरोप लगाया कि सीएम हमेशा महिलाओं का अपमान करते हैं। इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर कहा कि देखिए उन्होंने महिलाओं के लिए क्या किया है। इसके बाद राजद समेत पूरा विपक्ष परिषद से वॉकआउट कर गया।
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नीतीश कुमार ने कहा कि पहले बिहार में पैदल चलने की जगह नहीं थी। पूरे बिहार में पैदल चलने लायक सड़कें बनाई गईं। इस बीच सीएम नीतीश कुमार ने सदन में बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि जल्द ही 2005 से अब तक किए गए कार्यों को सदन के पटल पर रखा जाएगा। सबसे पहले 2005 से 2010 तक के कार्यों को सदन में रखा जाएगा। फिर 2010 से 15 और 25 तक के कार्यों को बताया जाएगा। अब जब ये लोग चले गए हैं तो इनकी बात क्यों सुनेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी बात रखते रहे। लेकिन, होली के मौसम में देवर-भौजी के आमने-सामने आ जाने की घटना ने विधान परिषद का रंग ले लिया।