
मुंगेर में मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, फोटो- सोशल मीडिया
Gun Factory Busted in Munger: बिहार के मुंगेर में पुलिस और एसटीएफ ने एक बार फिर अवैध हथियारों के सिंडिकेट को बड़ी चोट पहुंचाई है। गंगा पार तारापुर दियारा के दुर्गम इलाके में चल रही एक मिनी गन फैक्ट्री को ध्वस्त कर दिया गया। इस ऑपरेशन में पुलिस को 3 घंटे पैदल चलना पड़ा, जिसके बाद तीन पेशेवर कारीगरों को रंगे हाथ दबोचा गया।
मुंगेर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के अंतर्गत गंगा पार तारापुर दियारा इलाके में कुछ लोग मिलकर अवैध हथियारों की मिनी गन फैक्ट्री चला रहे हैं। मुंगेर एसपी सैयद इमरान मसूद ने इस सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए एक विशेष छापेमारी दल का गठन किया, जिसमें मुफस्सिल थानाध्यक्ष विपिन कुमार सिंह, सशस्त्र बल और बिहार एसटीएफ के जवान शामिल थे। इस ऑपरेशन की सबसे बड़ी चुनौती भौगोलिक स्थिति थी; पुलिस टीम को गंतव्य तक पहुँचने के लिए तीन घंटे तक दुर्गम रास्तों पर पैदल सफर करना पड़ा।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने घेराबंदी कर मौके से तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान छबीला सिंह, सौरभ कुमार और सिंटू कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने वहां से हथियारों का एक पूरा जखीरा और उसे बनाने की आधुनिक मशीनें बरामद की हैं। बरामद सामान की सूची में 7 बेस मशीन, 2 तैयार पिस्टल, 1 अर्धनिर्मित देशी पिस्टल, 4 जिंदा कारतूस, 2 ड्रिल मशीन, 2 तैयार मैगजीन और 3 अर्धनिर्मित मैगजीन शामिल हैं। इनके अलावा भारी मात्रा में हथियार बनाने के अन्य उपकरण भी जब्त किए गए हैं।
एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खुलासा किया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में से सौरभ कुमार और सिंटू कुमार पुराने और पेशेवर अपराधी हैं। सौरभ मई 2025 में मुफस्सिल थाना क्षेत्र से ही मिनी गन फैक्ट्री मामले में जेल जा चुका है, जबकि सिंटू कुमार अगस्त 2023 में बरियारपुर थाना क्षेत्र में इसी तरह के मामले में गिरफ्तार हुआ था। ये सभी पेशेवर कारीगर हैं जो हाल के दिनों में ही जेल से बाहर आए थे और कुछ माह पूर्व ही उन्होंने दियारा के सुनसान इलाके में फिर से अवैध निर्माण का कार्य शुरू किया था।
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इस सफल ऑपरेशन के बाद एसपी सैयद इमरान मसूद ने घोषणा की है कि दुर्गम इलाकों में बहादुरी से छापेमारी करने वाले सभी पुलिसकर्मियों को विशेष रूप से पुरस्कृत किया जाएगा। पुलिस का मानना है कि इस धंधे के पीछे एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है। पकड़े गए कारीगरों से पूछताछ के आधार पर इस धंधे से जुड़े अन्य लोगों की संलिप्ता की जांच की जा रही है और पुलिस जल्द ही उनकी गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी करेगी।






