गिरिराज सिंह, फोटो- सोशल मीडिया
Giriraj Singh Latest Statement: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मौलवियों के हालिया विवादास्पद बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि “मरना भी जानते हैं, मारना भी जानते हैं” जैसी बातें समाज को डराने और सामाजिक समरसता को तोड़ने की साजिश हैं। साथ ही उन्होंने भारत की सनातन पहचान का हवाला देते हुए चेताया कि देश को धमकियों से नहीं डराया जा सकता।
पटना में मीडिया से बातचीत में गिरिराज सिंह ने कहा कि कुछ मौलवी गजवा-ए-हिंद की सोच को बढ़ावा दे रहे हैं और भारत की सामाजिक एकता को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे विदेशी ताकतों के इशारे पर देश को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं।
गिरिराज सिंह ने सीधे तौर पर मौलवियों के बयान को देश की एकता के लिए खतरा बताया। उन्होंने कहा, “कुछ मौलवी भारत में गजवा-ए-हिंद की सोच लेकर चलते हैं। जहां इनकी आबादी बढ़ी, वहां अशांति फैलाने की कोशिश हुई।” उन्होंने ओवैसी और तौकीर राजा जैसे नेताओं पर भी समाज को बांटने का आरोप लगाया। गिरिराज का कहना था कि यह सोच देश के खिलाफ है और इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
इतिहास का जिक्र करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि भारत के बंटवारे के समय जो गलती हुई, उसी का परिणाम आज देश भुगत रहा है। उन्होंने कहा, “अगर उस समय सभी मुसलमानों को पाकिस्तान भेज दिया गया होता और हिंदुओं को भारत लाया गया होता, तो आज ऐसी स्थिति नहीं बनती।” उन्होंने यह भी पूछा कि धमकी किसे दी जा रही है? “हर इंसान मरना और मारना जानता है, लेकिन क्या हम इस रास्ते पर जाएंगे?”
गिरिराज सिंह ने स्पष्ट कहा कि भारत की आत्मा सनातन धर्म में है और देश की पहचान इसी से जुड़ी है। सिंह ने कहा “यहां के मुसलमान और हिंदुओं का डीएनए एक ही है। सब एक ही पूर्वजों के वंशज हैं। धमकियों से कुछ हासिल नहीं होगा, बल्कि इससे समाज में जहर फैलेगा।” उन्होंने कहा कि भारत सबका है, लेकिन इसके मूल स्वरूप और संस्कृति पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
लेह में हुई हिंसा पर टिप्पणी करते हुए गिरिराज सिंह ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाए। गिरिराज सिंह ने कहा, “राहुल गांधी विदेशी ताकतों के इशारे पर काम कर रहे हैं। जॉर्ज सोरस जैसे लोगों की टूलकिट पर कांग्रेस चल रही है। भारत को अस्थिर करने की कोशिशें हो रही हैं, लेकिन यह देश अब पहले जैसा नहीं रहा।” उन्होंने कहा कि भारत को अब कोई तोड़ नहीं सकता, चाहे अंदरूनी हो या बाहरी ताकतें।
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गिरिराज सिंह का यह बयान देश में बढ़ते राजनीतिक और धार्मिक तनाव के बीच आया है। जहां एक ओर वे समाज में एकता की बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर विभाजन की ऐतिहासिक भूलों और वर्तमान में कथित धार्मिक कट्टरता पर खुलकर बोलते हुए उन्होंने कट्टरपंथी सोच पर सीधा हमला बोला है।