
तेज प्रताप यादव (सोर्स- सोशल मीडिया)
Bihar Politics: बिहार में चल रहे विधानसभा चुनाव में सियासी पारा हाई है। लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने चुनाव के बीच राजनीतिक् सरगर्मी और बढ़ा दी है। तेजप्रताप यादव, जो जनशक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और महुआ सीट से उम्मीदवार भी हैं। उन्होंने बिहार में चल रही उठापटक के बीच बड़ा कदम उठाया है। बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को हो चुकी है। इसी चरण में तेज प्रताप यादव की सीट महुआ में भी वोटिंग हो गई है।
तेजप्रताप यादव ने चुनावी नतीजों से पहले ही लालू यादव की पार्टी राजदग की धुर विरोधी भाजपा के साथ हाथ मिलाने के संकेत दिए। उन्होंने भाजपा सांसद रवि किशन से मुलाकात की और कहा कि मैंने पहले ही बोला था जो रोजगार की बात करेगा उसी के साथ रहूंगा।
भाजपा सांसद रवि किशन ने तेजप्रताप यादव से मुलाकात के बाद कहा वह (तेज प्रताप यादव) एक दयालु हृदय वाले व्यक्ति हैं, भोलेनाथ के भक्त हैं। रवि किशन ने कहा कि भाजपा उन सभी लोगों के लिए अपना दिल खुला रखती है जिनका उद्देश्य सेवा है।
#WATCH | Patna | BJP MP Ravi Kishan says, “…He (Tej Pratap Yadav) is a man with a kind heart… A devotee of Bholenath… BJP keeps its heart open for all those people whose aim is service…” pic.twitter.com/GsNXcaaO0d — ANI (@ANI) November 7, 2025
जन शक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और महुआ विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार तेज प्रताप यादव ने कहा कि मैं रवि किशन से पहली बार मिला, वो भगवान के भक्त हैं, और हम भी भक्त हैं। तेज प्रताप ने आगे कहा, “मैंने शुरू से कहा था कि जो भी बेरोजगारी दूर करेगा और रोजगार देगा, मैं उसके साथ हूं।”
#WATCH Patna | Jan Shakti Janata Dal national president and candidate from Mahua assembly constituency, Tej Pratap Yadav says, “I met Ravi Kishan for the first time… He is a devotee of God, and we are also devotees…” He added, “I said from the beginning that I am with… pic.twitter.com/ymbDJ2E6X6 — ANI (@ANI) November 7, 2025
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दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को खत्म होगी, और उसी दिन शाम 6:30 बजे के बाद से एग्जिट पोल जारी किए जा सकेंगे। सी-वोटर्स, चाणक्य और एक्सिस माई इंडिया जैसी प्रमुख सर्वे एजेंसियां अपने-अपने एग्जिट पोल डेटा पेश करेंगी, जिनसे यह अंदाजा लगेगा कि बिहार की गद्दी किसके नाम होगी। हालांकि, अंतिम नतीजे 14 नवंबर को वोटों की गिनती के बाद ही सामने आएंगे, लेकिन उससे पहले ही राजनीतिक पारा चरम पर पहुंचने वाला है।






