
PM मोदी
PM Modi in Bihar: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजद पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि ‘जंगलराज’ वाले सत्ता में आने के लिए बेचैन हैं। इन लोगों को जनता की सेवा नहीं करनी, इन्हें जनता को कट्टा दिखाकर लूटना है। बिहार के भभुआ में जनसमूह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब ये चुनाव शुरू हुआ था, तब राजद और कांग्रेस के लोग फूलकर गुब्बारा हुए जा रहे थे। राजद और कांग्रेस के नामदार आसमान पर पहुंच चुके थे, लेकिन चुनाव प्रचार के दौरान उनके गुब्बारे की हवा निकलनी शुरू हो गई और पहले चरण के मतदान के बाद यह गुब्बारा पूरी तरह फूट गया है।
उन्होंने कहा, “बिहार के युवाओं को भ्रमित करने की बहुत कोशिश की गई, लेकिन उनकी सारी प्लानिंग फेल हो गई। इसका बहुत बड़ा कारण बिहार का जागरूक नौजवान है। वह देख रहा है कि कांग्रेस और राजद के असली इरादे क्या हैं।”
पीएम मोदी ने कहा, “राजद का गाना चल रहा है, ‘मारब सिक्सर के, 6 गोली छाती में।’ यही इनका तौर-तरीका और प्लान है। जब राजद के लोगों से कोई भी सवाल पूछेंगे तो यही जवाब मिलेगा, ‘मारब सिक्सर के, 6 गोली छाती में। यही जंगलराज की आहट है।” पीएम मोदी ने कहा, “ये बहनों-बेटियों, गरीब, दलित, पिछड़े और अति पिछड़े समाज को डराने का प्रयास है। यह उनका भय पैदा करने का खेल है। जंगलराज वाले कभी भी कोई निर्माण नहीं कर सकते हैं। वे सिर्फ बर्बादी और बदहाली के प्रतीक हैं।”
डालमिया नगर का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दशकों के परिश्रम के बाद एक फलता-फूलता औद्योगिक नगर बनता जा रहा था, लेकिन फिर से कुशासन वालों की राजनीति और जंगलराज आ गया। फिरौती, रंगदारी, करप्शन, हत्याएं और अपहरण, फिर यह सब होने लगा। देखते ही देखते जंगलराज ने सब कुछ तबाह कर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि जंगलराज ने बिहार में विकास की हर संभावना की हत्या करने का काम किया था।
यह भी पढ़ें- 1800 करोड़ की जमीन, 300 करोड़ में मंत्रीपुत्र को..मोदी ने साधी चुप्पी! राहुल गांधी के बयान से हड़कंप
एक और उदाहरण देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कैमूर में प्रकृति ने क्या कुछ नहीं दिया है। यह आकर्षक पर्यटन स्थलों में महत्वपूर्ण स्थान हो सकता था, लेकिन जंगलराज वालों ने कभी नहीं होने दिया। उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार ने इस क्षेत्र को उस भयानक स्थिति से बाहर निकाला है। मुझे खुशी है कि अब धीरे-धीरे यहां पर्यटकों की संख्या बढ़ने लगी है। जिस करकट वाटरफॉल के आसपास माओवादी आतंक का खौफ था, आज वहां पर्यटकों की रौनक रहती है।” -एजेंसी इनपुट के साथ






