तेजस्वी यादव और राहुल गांधी, (फाइल फोटो)
Bihar Assembly Elections 2205: बिहार में विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस ने तेजस्वी यादव को सीएम फेस घोषित कर दिया है। कांग्रेस ने इसके साथ ही महागठबंधन की बिहार में सरकार बनने पर विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम बनाने का वादा किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस अशोक गहलोत ने गुरुवार को यह ऐलान किया। लेकिन,इसके साथ ही इस बात की भी चर्चा तेज हो गई है कि सीएम फेस पर तेजस्वी यादव के नाम पर चुप्प कांग्रेस ने आखिर क्यों मान गई?
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कांग्रेस इस बार आर पार के मूड में थी। लेकिन, पार्टी आला कमान को जैसे ही यह सूचना मिली कि कांग्रेस पार्टी के टिकट पर करीब एक दर्जन के आस पास बीजेपी के बी टीम चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस आला कमान के होश ही उड़ गए। आनन फानन में इसकी जांच शुरू हुई। जिनके संबंध में कांग्रेस के पास सूचना मिली थी उन सभी के सोशल मीडिया अकाउंट चेक किए जाने लगे।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पटना के कुम्हार विधानसभा सीट, पश्चिम चंपारण का नौतन विधानसभा सीट, फारबिसगंज विधानसभा सीट, नालंदा, पूर्णिया का कस्बा, बथनारा, सिकंदरा और किशनगंज विधानसभा सीट पर कांग्रेस अपने प्रत्याशी को लेकर ज्यादा सचेत हो गई है। पार्टी को यह सूचना दी गई है कि इन सीटों के प्रत्याशी का बीजेपी से भी संबंध है।
कांग्रेस के पास अभी तक जो भी सूचना मिली है उसके अनुसार इनका बीजेपी और आरअसएस से रिश्ता रहा है। साक्ष्य के रूप में इन सभी के कई फोटो भी पार्टी आला कमान के सामने दिए गए हैं। इस सूचना के बाद ही कांग्रेस लालू प्रसाद से संपर्क किया।
आरजेडी के सीनियर नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव पिछले कई दिनों से सीएम फेस को लेकर तेजस्वी यादव के नाम सहमति चाह रहे थे। कांग्रेस इस पर चुनाव बाद विधायक दल की बैठक में चर्चा चाह रही थी। इस पर कांग्रेस और आरजेडी के बीच खटपट शुरू हो गई। आरजेडी इससे नाराज होकर बिना सीट शेयरिंग की औपचारिक घोषणा के अपने प्रत्याशी उतारना शुरू कर दिया।
ये भी पढ़ें:बिहार चुनाव: महागठबंधन में सुलझ गया इन 3 सीटों पर आपसी विवाद, अब 8 सीटों पर होगी ‘फ्रेंडली फाइट’
इसके बाद कांग्रेस ने भी अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दिया। नाराज आरजेडी ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम के खिलाफ भी जब अपना प्रत्याशी उतार दिया कांग्रेस ने पूरे मामले को बड़ी गंभीरता से लिया और बंद हो गई बातचीत को फिर आगे बढ़ाया।