मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, फोटो- सोशल मीडिया
Bihar Assembly Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर चुनाव आयोग ने तैयारियां लगभग पूरी कर ली हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और उनकी टीम ने तीन दिवसीय दौरे के आखिरी दिन पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
ज्ञानेश कुमार ने अब तक की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कई अहम घोषणाएं कीं। चुनाव की औपचारिक घोषणा नहीं की गई, लेकिन संकेत साफ हैं कि बिहार जल्द ही चुनावी मोड में प्रवेश करने वाला है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इस बार वोटों की गिनती पूरी तरह नए सिस्टम से की जाएगी। ईवीएम और वीवीपैट (VVPAT) की प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाने के लिए खास प्रावधान किए गए हैं। अगर किसी भी बूथ पर ईवीएम और वीवीपैट में कोई मिसमैच पाया जाता है, तो उस बूथ की सभी VVPAT पर्चियों की गिनती की जाएगी। साथ ही, पोस्टल बैलेट की गिनती ईवीएम के आखिरी दो राउंड से पहले पूरी करना अनिवार्य होगा। इससे मतगणना में पारदर्शिता और विश्वास बढ़ेगा।
ज्ञानेश कुमार ने बताया कि इस बार बिहार में कुल 90 हजार मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। किसी भी बूथ पर 1200 से अधिक मतदाताओं का नाम नहीं होगा। इससे वोटिंग के दौरान भीड़ और लंबी कतारों से राहत मिलेगी। इसके अलावा, पहली बार हर बूथ पर 100 प्रतिशत वेबकास्टिंग की जाएगी, ताकि चुनाव प्रक्रिया की लाइव निगरानी हो सके और किसी भी अनियमितता पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
चुनाव आयोग ने इस बार मतदाताओं की सुविधा के लिए बड़ा कदम उठाया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि अब वोटर आईडी कार्ड 15 दिन के अंदर उपलब्ध कराया जाएगा। पहले कार्ड मिलने में महीनों लग जाते थे। अब मतदाता को यह सुविधा दी गई है कि वह बूथ के बाहर बने मोबाइल रूम में अपनी जानकारी जांच सके और कार्ड संबंधित कार्य वहीं पूरा कर सके।
ज्ञानेश कुमार ने बताया कि 24 जून 2025 से स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) शुरू किया गया था, जिसे समय पर पूरा कर लिया गया है। इसके साथ ही, वर्षों बाद बूथ लेवल अफसरों (BLO) और अन्य कर्मचारियों का भत्ता बढ़ाया गया है। अब BLO को भी पहचान पत्र (आईकार्ड) दिया जाएगा ताकि उन्हें पहचानने में आसानी हो।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि बिहार के मुख्य सचिव, डीजीपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की गई है। उन्होंने कहा कि यह हमारे काम का अंतिम चरण है, जिसके बाद टीम दिल्ली लौट जाएगी। इस बार BLO और BLA के अलावा पुलिस अधिकारियों को भी चुनाव प्रक्रिया की विशेष ट्रेनिंग दी गई है। खास बात यह रही कि पुलिस अफसरों की ट्रेनिंग पहली बार बिहार के बजाय दिल्ली में कराई गई है।
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प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में ज्ञानेश कुमार ने भोजपुरी और मैथिली में मतदाताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “बिहार के सब मतदाता के अभिवादन करत बानी, लोकतंत्र के महापर्व में जरूर भाग लीं।” उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि वे चुनाव को छठ पर्व की तरह आस्था और उत्साह से मनाएं, जिम्मेदारी निभाएं और वोट जरूर करें।