bike oil filter को कब बदलना है सही। (सौ. Freepik)
Bike Oil Filter Change: किसी भी बाइक के सुचारू संचालन और इंजन की लंबी उम्र में इंजन ऑयल फ़िल्टर की अहम भूमिका होती है। यह छोटा सा हिस्सा इंजन ऑयल में मौजूद धूल, गंदगी और धातु के महीन कणों को छानकर इंजन को साफ़ तेल पहुँचाता है। अगर इसे समय पर न बदला जाए, तो यह गंदगी इंजन में जमा होकर उसके प्रदर्शन को प्रभावित कर सकती है और इंजन को गंभीर नुकसान पहुँचा सकती है।
इंजन ऑयल फ़िल्टर के लंबे समय तक इस्तेमाल से उसमें गंदगी जमा हो सकती है, जिससे तेल का प्रवाह बाधित होता है। इसका सीधा असर इंजन के प्रदर्शन और उसकी कूलिंग पर पड़ता है। अगर समय रहते ऑयल फ़िल्टर को नहीं बदला गया, तो इंजन की मरम्मत में हज़ारों रुपये खर्च हो सकते हैं।
अगर आप रोज़ाना शहरों में बाइक चलाते हैं, भारी ट्रैफ़िक में फँसते हैं या धूल भरी सड़कों पर सफ़र करते हैं, तो आपको हर 5,000 से 6,000 किलोमीटर पर या हर 6 महीने में एक बार अपनी बाइक का ऑयल फ़िल्टर बदलना चाहिए। इसमें देरी करने से इंजन पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे उसकी लाइफ कम हो सकती है।
हाईवे पर लंबी दूरी तय करने वालों के लिए, धूल और गंदगी का असर उनकी बाइक के ऑयल फ़िल्टर पर कम पड़ता है। ऐसे में, फ़िल्टर को 8,000 से 10,000 किलोमीटर के बाद बदला जा सकता है। हालाँकि, अगर आपकी बाइक दोनों तरह की राइडिंग के लिए इस्तेमाल की जा रही है, तो आपको संतुलन बनाए रखना चाहिए और दिए गए मापदंडों के अनुसार फ़िल्टर बदलना चाहिए।
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समय पर ऑयल फ़िल्टर बदलना एक ज़रूरी प्रक्रिया है, जिसे नज़रअंदाज़ करना इंजन की सेहत के लिए बेहद नुकसानदेह साबित हो सकता है। ऑयल फ़िल्टर इंजन ऑयल में मौजूद धूल, गंदगी और धातु के कणों को छानने का काम करता है, जिससे इंजन तक सिर्फ़ साफ़ और शुद्ध तेल ही पहुँचता है। जब इस फ़िल्टर को लंबे समय तक नहीं बदला जाता, तो इसमें गंदगी जमा होने लगती है, जिससे तेल का प्रवाह रुक सकता है और इंजन के पुर्जों पर अतिरिक्त घर्षण पैदा हो सकता है। इससे इंजन ज़रूरत से ज़्यादा गर्म हो जाता है, परफॉर्मेंस धीमी हो जाती है और बाइक की माइलेज पर भी असर पड़ता है।