HSRP नंबर प्लेट को लेकर सरकार सख्त, पुणे में अब तक सिर्फ 5 हजार वाहनों पर लगी नई प्लेट। (सौ. Freepik)
नवभारत ऑटोमोबाइल डेस्क: केंद्र सरकार ने 2019 में सभी वाहनों के लिए हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (HSRP) अनिवार्य कर दी थी, लेकिन अब तक देश के कई शहरों में इसे पूरी तरह से लागू नहीं किया जा सका है। पुणे ट्रैफिक विभाग के हालिया आंकड़ों के अनुसार, शहर में कुल 25 लाख रजिस्टर्ड वाहन हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ 5,000 वाहनों पर ही HSRP प्लेट लगाई गई है।
पुणे में HSRP प्लेट लगवाने की अंतिम तिथि 31 मार्च 2025 तय की गई है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इस डेडलाइन के बाद HSRP प्लेट न होने पर चालान कटेगा या फिर समय सीमा को आगे बढ़ाया जाएगा?
सरकार द्वारा HSRP नंबर प्लेट को अनिवार्य बनाने के पीछे कई कारण हैं:
सरकार के नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत HSRP प्लेट न होने पर 5,000 से 10,000 रुपए तक का चालान काटा जा सकता है। हालांकि, यदि वाहन मालिक ने HSRP के लिए आवेदन किया है, तो बुकिंग रसीद दिखाने पर चालान से बच सकते हैं।
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पुणे में कुल 24.28 लाख वाहन रजिस्टर्ड हैं, लेकिन अभी तक सिर्फ 5,014 वाहनों पर ही HSRP लग पाई है। TOI की रिपोर्ट के अनुसार, पुणे के डिप्टी RTO स्वप्निल भोसले ने बताया कि अब तक 15,116 वाहन मालिकों ने HSRP के लिए आवेदन किया है, जिनमें से 8,090 को अपॉइंटमेंट दी गई और 5,014 को HSRP मिल चुकी है।
इन आंकड़ों को देखते हुए संभावना है कि HSRP की अंतिम तिथि आगे बढ़ सकती है। हालांकि, सरकार की ओर से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।