EV रोड सेफ्टी के मामले में काफी सही है। (सौ. Design)
नवभारत ऑटोमोबाइल डेस्क: इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs) न केवल पर्यावरण के लिए फायदेमंद हैं, बल्कि रोड सेफ्टी को भी बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। आधुनिक तकनीकों और फीचर्स की मदद से ये गाड़ियां सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में मदद कर रही हैं, जिससे आने वाले समय में रोड सेफ्टी को बढ़ाने में मदद मिलेगी और पर्यावरण का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा।
EVs में अक्सर एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है, जो कई सारी फीचर्स देता है, जिसमें कुछ ये चीजें शामिल हैं:
ऑटोमेटिक इमरजेंसी ब्रेकिंग (AEB)
कई बार गाड़ी को अचानक से रोकना पड़ता है। ऐसे में EV में मौजूद ऑटोमेटिक इमरजेंसी ब्रेकिंग अचानक ब्रेक लगाने की स्थिति में टक्कर को रोकने में मदद करता है।
लेन-कीपिंग असिस्ट
EV में मौजूद लेन-कीपिंग असिस्ट से आप अपनी गाड़ी को लेन में बनाए रखने और गलत दिशा में जाने से बचाने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं, जिससे आप रोड नियमों का पालन करेंगे।
ब्लाइंड स्पॉट डिटेक्शन
EV में एक नया फीचर भी आया है जो आसपास के अंधे स्थानों में मौजूद वाहनों के बारे में जानकारी देता है, जिससे दुर्घटनाएं कम होती हैं।
EVs का साइलेंट इंजन सड़क पर कम शोर करता है, जिससे ड्राइवर बेहतर ध्यान केंद्रित कर सकता है। इसके अलावा, इनकी स्मूथ एक्सेलेरेशन और ब्रेकिंग गाड़ी के कंट्रोल को आसान बनाती है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना कम होती है।
EVs में रीजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम होता है, जो पारंपरिक ब्रेकिंग सिस्टम की तुलना में ज्यादा कुशलता से गाड़ी को नियंत्रित करता है। इससे सड़क पर अचानक रुकने या धीमे होने की स्थिति में एक्सीडेंट्स की संभावना घटती है, जो कि आज के समय को देखते हुए एक अच्छा उपाय है रोड सेफ्टी को बढ़ाने के लिए। इससे आने वाले समय में एक्सीडेंट्स का खतरा कम होगा, जो भारत जैसे देश में बड़ी बात है।
EVs की बैटरी का वजन गाड़ी के निचले हिस्से में होता है, जिससे गाड़ी का गुरुत्वाकर्षण केंद्र नीचे रहता है। यह डिजाइन गाड़ी को स्टेबल बनाता है और सड़क पर फिसलने या पलटने की घटनाओं को कम करता है, जो कि पुराने केस को देखते हुए एक अच्छा उपाय है। पहले के कई केस में देखा गया है कि रोड एक्सीडेंट्स में ज्यादातर लोगों की मौत गाड़ी के पलटने से होती है।
EVs में इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) आधारित कनेक्टिविटी फीचर्स होते हैं, जैसे:
कुछ प्रीमियम EVs में ऑटोमैटिक ड्राइविंग सिस्टम होता है, जो ड्राइवर के हस्तक्षेप के बिना सड़क पर सुरक्षित चलने में सक्षम है। यह फीचर एक्सीडेंट्स को कम करता है, खासकर लंबी यात्राओं के दौरान आपको और आपके परिवार को सुरक्षित रखता है। सेल्फ-ड्राइविंग गाड़ियां ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन करती हैं, क्योंकि इसे ट्रैफिक नियमों के मुताबिक ही बनाया गया है।
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EVs में पैदल चलने वालों के लिए विशेष सेफ्टी अलर्ट फीचर्स होते हैं, जैसे:
EVs का हल्का वजन और बेहतर डिजाइन सड़कों पर कम दबाव डालता है, जिससे सड़कें लंबे समय तक सुरक्षित रहती हैं। इससे रोड सेफ्टी को और बढ़ाया जा सकता है।
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स न केवल पर्यावरण को सुरक्षित बनाने में मदद कर रहे हैं, बल्कि अपने एडवांस्ड सेफ्टी फीचर्स के जरिए सड़क दुर्घटनाओं को भी कम करते हैं। जैसे-जैसे EVs की तकनीक विकसित हो रही है, रोड सेफ्टी में उनका योगदान और अधिक महत्वपूर्ण होता जा रहा है, जो आने वाले वर्षों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।