पश्चिम बंगाल की सियासत हुमायूं कबीर को लेकर गरमाई हुई है। मुर्शिदाबाद की भरतपुर सीट से विधायक हुमायूं कबीर ने बाबरी मस्जिद निर्माण को लेकर दिए अपने बयान पर अड़ गए हैं। इस बयान के बाद तृणमूल कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन पर कार्रवाई की और उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया। निलंबन के बाद हुमायूं कबीर मीडिया के सामने आए और सीधे ममता बनर्जी पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री RSS के एजेंडे के अनुसार काम कर रही हैं और अगले चुनाव में ममता बनर्जी मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगी। इसके अलावा, हुमायूं ने अपनी खुद की पार्टी बनाने की घोषणा भी की। उन्होंने सवाल उठाया कि “मैं 12-13 साल से टीएमसी के लिए काम कर रहा था, पार्टी की इतनी सेवा की, फिर भी मुझ पर कार्रवाई क्यों हुई?” हुमायूं के इस कदम से पश्चिम बंगाल की राजनीति में नया विवाद पैदा हो गया है।
पश्चिम बंगाल की सियासत हुमायूं कबीर को लेकर गरमाई हुई है। मुर्शिदाबाद की भरतपुर सीट से विधायक हुमायूं कबीर ने बाबरी मस्जिद निर्माण को लेकर दिए अपने बयान पर अड़ गए हैं। इस बयान के बाद तृणमूल कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन पर कार्रवाई की और उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया। निलंबन के बाद हुमायूं कबीर मीडिया के सामने आए और सीधे ममता बनर्जी पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री RSS के एजेंडे के अनुसार काम कर रही हैं और अगले चुनाव में ममता बनर्जी मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगी। इसके अलावा, हुमायूं ने अपनी खुद की पार्टी बनाने की घोषणा भी की। उन्होंने सवाल उठाया कि “मैं 12-13 साल से टीएमसी के लिए काम कर रहा था, पार्टी की इतनी सेवा की, फिर भी मुझ पर कार्रवाई क्यों हुई?” हुमायूं के इस कदम से पश्चिम बंगाल की राजनीति में नया विवाद पैदा हो गया है।






