ऑटोमोबाइल सेक्टर (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Nagpur Auto-Sector: एक ही माह में दशहरा-दिवाली होने का बंपर लाभ ऑटो सेक्टर को मिला। इतना ही नहीं, जीएसटी कम होने से खरीदारों की मानसिकता भी सकारात्मक हुई। ऑटो डीलरों का कहना है कि ये आंकड़े तो उत्साहजनक हैं ही, अभी भी अनेक वाहनों का रजिस्ट्रेशन होना बाकी है। माह के अंत तक अंतिम स्थिति पता चल सकेगा लेकिन एक माह में तीनों आरटीओ मिलाकर 14,987 वाहनों की बिक्री काफी अच्छा सकेत है।
विक्रेताओं को उम्मीद है कि यह ट्रेंड आगे भी जारी रहेगा क्योंकि वाहनों की कीमतों में भारी कमी आई है और लोग नए वाहन खरीदने के लिए प्रेरित होंगे। सितंबर बहुत अधिक सकारात्मक दिखाई नहीं दिया। अक्टूबर काफी उफान के साथ शुरुआत कर चुका था। अब 22 तारीख तक रिकॉर्ड भी बना चुका है। टू- व्हीलर सेगमेंट से लेकर फोर-व्हीलर तक की अच्छी खासी वृद्धि देखने को मिली। डीलरों की मानें तो इस महीने ने काफी ‘ग्रोथ’ दिया।
विदर्भ ऑटोमोबाइल डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुज पांडे कहते हैं कि लोगों की सोच में काफी बदलाव आया है। हालांकि लंबी चली बारिश से ग्रामीण भागों में बहुत ज्यादा उठाव देखने को नहीं मिला परंतु इस बार दिवाली का बाजार काफी अच्छा रहा है। अभी भी डीलरों के पास काफी बुकिंग है जिसे आगे डिलीवरी दी जाएगी।
कई लोगों ने लेट निर्णय लिया जिसके कारण दिवाली पर उन्हें वाहन नहीं मिल पाए। वाहनों की आपूर्ति एक मुख्य समस्या बनी है। लोगों को इसके लिए इंतजार करना पड़ रहा है। अनेक मॉडल मार्केट में उपलब्ध नहीं था लेकिन लोगों ने बुकिंग कराई है। इसलिए आरटीओ रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा आने वाले दिनों में और अधिक बढ़ेगा।
इस पूरे वर्ष को देखें तो नागपुर में तीनों आरटीओ मिलाकर बिक्री का आंकड़ा एक लाख से ऊपर पहुंच गया है। चालू वर्ष में अब तक 1,29,882 वाहनों की बिक्री हो चकुी है। यह पहले की तुलना में बेहतर है। आरटीओ के आंकड़े बताते हैं कि 22 अक्टूबर तक एमएच-49 में सर्वाधिक 55,959 वाहनों का पंजीयन हुआ। इसके बाद एमएच-40 में 48,296 वाहन धारकों ने वाहनों का पंजीयन कराया। एमएच-31 में अब वाहनों का रजिस्ट्रेशन कम हो गया है। यहां पर चालू वर्ष में 24,627 वाहन पंजीकृत हुए।
नागपुर जिले की वोटर लिस्ट देखी जाए तो जिले में लगभग 45-46 लाख वोटर हैं। आरटीओ के आंकड़े बताते हैं कि जिले में वर्तमान में वाहनों की संख्या 24,78,780 पहुंच चुकी है। स्पष्ट है कि अब लगभग हर दूसरे वयस्क के पास वाहन उपलब्ध हो गया है। वाहन आज छात्र से लेकर कामकाजी तक के लिए जरूरत बन चुके हैं। यही कारण है कि आज प्रत्येक घर में वाहनों की संख्या बढ़ती ही जा रही है।
आरटीओ आधारित वाहनों की संख्या
यह भी पढ़ें – Gold-Silver: सोने में 6,700 और चांदी में 10,700 की भारी गिरावट! निवेशकों के लिए क्या है अगला कदम?
माह | एमएच-49 | एमएच-40 | एमएच-31 |
---|---|---|---|
जनवरी | 7161 | 6228 | 2820 |
फरवरी | 4610 | 4337 | 1954 |
मार्च | 5797 | 5022 | 2523 |
अप्रैल | 5918 | 5264 | 2443 |
मई | 5237 | 4474 | 2216 |
जून | 5365 | 4470 | 2326 |
जुलाई | 5752 | 4541 | 2473 |
अगस्त | 5862 | 4410 | 2660 |
सितंबर | 5109 | 4167 | 2260 |
अक्टूबर | 6369 | 5582 | 3036 |
चालू वर्ष में बिक्री | 56959 | 48296 | 24627 |