DigiLocker में सेव करके रखे सब। (सौ. Design)
नवभारत ऑटोमोबाइल डेस्क: भारत सरकार की डिजीलॉकर सेवा एक क्लाउड-आधारित प्लेटफॉर्म है, जो नागरिकों को अपने महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों को डिजिटल रूप से सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से स्टोर करने की अनुमति देता है। इसके जरिए आप अपने ड्राइविंग लाइसेंस (DL) और पंजीकरण प्रमाणपत्र (RC) जैसे वाहन संबंधी दस्तावेज़ कहीं भी और कभी भी एक्सेस कर सकते हैं।
हर समय कागज़ रखने की जरूरत नहीं
डिजीलॉकर में अपने वाहन के दस्तावेज़ स्टोर करने से आपको ओरिजिनल पेपर साथ ले जाने की जरूरत नहीं पड़ती। आप अपने स्मार्टफोन पर डिजीलॉकर ऐप के माध्यम से इन दस्तावेजों को आसानी से दिखा सकते हैं।
सुरक्षित और विश्वसनीय प्लेटफॉर्म
डिजीलॉकर सरकारी क्लाउड स्टोरेज सिस्टम पर आधारित है, जिससे इसमें अपलोड किए गए दस्तावेज़ पूर्ण रूप से सुरक्षित रहते हैं। इसका मतलब है कि दस्तावेज़ खोने या खराब होने की चिंता नहीं रहेगी।
कानूनी वैधता
मोटर वाहन अधिनियम, 1988 के तहत डिजीलॉकर में संग्रहीत वाहन दस्तावेज़ कानूनी रूप से मान्य होते हैं। इन्हें ट्रैफिक पुलिस या अन्य अधिकृत अधिकारियों को दिखाया जा सकता है।
पर्यावरण अनुकूल समाधान
कागज़ के दस्तावेज़ों के स्थान पर डिजिटल डॉक्युमेंट्स का उपयोग पेपर वेस्ट को कम करने में मदद करता है, जिससे यह पर्यावरण के लिए भी एक बेहतर विकल्प है।
अगर आप अपने वाहन के DL और RC को डिजीलॉकर में स्टोर करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए आसान स्टेप्स को फॉलो करें:
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डिजीलॉकर में गाड़ी के दस्तावेज़ स्टोर करने से न केवल सुरक्षा और सुविधा मिलती है, बल्कि यह कानूनी रूप से भी मान्य होता है। यह सेवा पेपरलेस प्रक्रिया को बढ़ावा देती है और आपको अपने वाहन से जुड़े सभी जरूरी डॉक्युमेंट्स डिजिटल रूप में हमेशा उपलब्ध रखने की सुविधा देती है।