ADAS System में क्या क्या होता है। (सौ. Freepik)
आज के दौर में जब सड़क पर ट्रैफिक और दुर्घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, कार निर्माता कंपनियां ADAS यानी एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम को अपनी गाड़ियों में शामिल कर रही हैं। यह तकनीक न सिर्फ वाहन को स्मार्ट बनाती है, बल्कि ड्राइवर और यात्रियों की सुरक्षा को भी बेहतर बनाती है। आइए विस्तार से जानते हैं कि यह सिस्टम कैसे काम करता है और इसके कौन-कौन से प्रकार हैं।
ADAS का पूरा नाम है Advanced Driver Assistance System। यह सिस्टम ड्राइवर की सहायता के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे वाहन चलाते समय होने वाली छोटी-बड़ी गलतियों या लापरवाहियों को पकड़ा जा सके और संभावित दुर्घटनाओं से बचा जा सके। “ADAS तकनीक का मुख्य उद्देश्य ड्राइवर को सतर्क करना और जरूरत पड़ने पर खुद से कार को कंट्रोल करना है।”
ADAS सिस्टम में कार के चारों ओर सेंसर, कैमरा, रडार और लिडार जैसी एडवांस तकनीकें लगाई जाती हैं। ये सेंसर आसपास की हरकतों को पहचानते हैं और ड्राइवर को तुरंत अलर्ट करते हैं। यह सिस्टम दो प्रकार के होते हैं — एक्टिव ADAS और पैसिव ADAS।
एक्टिव ADAS वह तकनीक है जो खतरे की स्थिति में खुद से वाहन को रोकने या दिशा बदलने का काम करता है। उदाहरण के तौर पर:
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ADAS सिस्टम के जरिए कार न सिर्फ टेक्नोलॉजिकल रूप से एडवांस होती है, बल्कि आपकी सुरक्षा के लिए भी एक बड़ा कदम साबित होती है। आने वाले समय में यह फीचर अधिकतर गाड़ियों में स्टैंडर्ड हो सकता है।