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नई दिल्ली/मुंबई. महाराष्ट्र (Maharashtra) में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच आज शिवसेना (Shiv Sena) के कद्दावर नेता संजय राउत ( Shiv Sena leader Sanjay Raut ) ने कहा कि अगर महाराष्ट्र में अभी भी चुनाव होते हैं तो उनकी पार्टी इस बार 100 से ज्यादा सीटें जीतेगी। इतना ही नहीं उम्नका यह भी कहना था कि, शिवसेना मध्यावधि चुनाव के लिए भी तैयार हैं। इसके साथ ही उन्होंने एकनाथ शिंदे खेमा के 200 सीटें जीतने के दावे को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि 200 सीटें जीतने की बात वे नहीं बल्कि दिल्ली यानी BJP वाले कर रहे हैं।
Mumbai | We are confident of winning 100 seats as Shivsena… Uddhav Thackeray had said let’s have mid-term polls and everything will be clear.. who will win & who will lose: Shiv Sena leader Sanjay Raut pic.twitter.com/Iz044vpRs7
— ANI (@ANI) July 5, 2022
इसके साथ ही संजय राउत ने आगे कहा कि, “शिंदे गुट में अगर किसी को गुमराह कर, फंसाकर लेकर गए हैं तो हमें अभी भी उम्मीद है कि वे वापस आएंगे। वे भी हमारे ही लोग हैं। सुबह का भूला शाम को लौट आए तो उसे भूला नहीं कहते। यह जो भूले बिखरे लोग हैं और जरुर आ जाएंगे।
Mumbai | We are still hopeful that these MLAs will return back… We were always in talks with rebels… They are our people, will come back. ‘Subha ka bhoola agar shaam ko ghar aa jaye to usse bhoola nahi kehte’: Shiv Sena leader Sanjay Raut pic.twitter.com/8GnOsXB7CH
— ANI (@ANI) July 5, 2022
वहीं, CM एकनाथ शिंदे खेमे द्वारा शिवसेना नेताओं को अयोग्य नोटिस भेजने पर संजय राउत ने आज कहा कि, उन्हें नोटिस भेजने दीजिए, यह एक प्रक्रिया है। आदित्य ठाकरे जी को छोड़कर बाकी को दिया गया है, यह मुझे नहीं पता। जिन 14 विधायकों को नोटिस भेजा गया वे भी बालासाहेब ठाकरे के चेले और शिवसैनिक ही हैं।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली इस सरकार के विश्वास मत हासिल करने की पृष्ठभूमि में शिवसेना प्रमुख एवं पूर्व CM उद्धव ठाकरे ने बीते सोमवार को आरोप लगाया कि, BJP उनकी पार्टी को खत्म करने की साजिश रच रही है और उन्होंने साथ ही राज्य में मध्यावधि चुनाव कराने की चुनौती भी दी। दरअसल शिवसेना भवन में हुई पार्टी के जिला प्रमुखों की एक बैठक को संबोधित करते हुए ठाकरे ने बीते सोमवार को कहा कि, विधानसभा को मनमाने तरीके से चलाना संविधान का सरासर अपमान है।