राधा कृष्णन सिंह
नालासोपारा. वसई-विरार की सड़कोंं पर गड्ढे हैंं या गड्ढे में सड़क, इसका अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल है. इस क्षेत्र की ज्यादातर सड़कें बड़े-बड़े गड्ढों के रूप में तब्दील हो गई हैंं.गड्ढों के कारण इन सड़कों से गुजरने वाले वाहनचालक रोजाना दुर्घटना का शिकार हो रहे है. कुछ रास्तों को मनपा ठेकेदारों द्वारा सिर्फ पत्थरों और मिट्टी से पाटकर छोड़ दिया गया है जो बारिश के पानी के साथ बह जा रही है और मार्ग फिर से अपने पुराने हालात पर पहुंच जा रहे हैंं.
ठेकेदारों की लापरवाही का खामियाजा उस मार्ग से गुजरने वाले वाहनों को भुगतना पड़ रहा है. अभी तक क्षेत्र के लोगों का पीछा कोरोना जैसी महामारी से नहीं छूटा है, ऊपर से सड़कों के गड्ढों ने मुसीबत और बढ़ा दी है, क्योंकि दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद लोग अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं, लेकिन इस ओर ना तो मनपा प्रशासन का ध्यान है और ना ही जनप्रतिनिधियों का. ऐसी स्थिति में क्षेत्र के लोग भगवान भरोसे जीवन जीने को विवश हैं.
इन रास्तों पर गड्ढों की भरमार
तुलिंज से पेल्हार सोपारा फाटा की ओर जाने वाले तुलिंज टोलनाका, संतोष भुवन, बावसेत पाड़ा, गोवराई पाड़ा, धाणिवबाग, वाकनपाड़ा, नेशनल होटल के समीप, गोवराई पाड़ा से वालिव पुलिस स्टेशन मार्ग, तुलिंज राधा कृष्ण होटल से विजय नगर होते नागिनदास पाड़ा, मोरे गांव आटोरिक्शा स्टैंड से लगायत मोरेगांंव तालाब, रेंज ऑफिस चौराहे से वालिव पुलिस स्टेशन मार्ग, गोखिवरे तालाब से एवरसाईन मार्ग, तुलिंज पुलिस स्टेशन से सेंट्रल पार्क होते हुए ओस्तवाल नगरी, प्रगति नगर मार्ग पूरी तरह खस्ताहाल हैंं.
रोजाना इन्हीं रास्तों से गुजरते हैं अधिकारी
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रतिदिन इस मार्ग से अधिकारियों का आवागमन होता है, लेकिन किसी की नजर इन गड्ढों पर नहीं पड़ती. जिसके परिणाम स्वरूप इन रास्तों से गुजरने वाले दर्जनों वाहन चालक प्रतिदिन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैंं. उधर, मनपा अधिकारियों का कहना है कि बरसात के कारण सड़क पर नए गड्ढे हो जा रहे हैंं जिन्हेंं भरने का कार्य किया जा रहा है. इसके बावजूद जिन स्थानों की जानकारी मिल रही है वहां कर्मचारियों को भेजकर गड्ढों को भरने का काम हो रहा है.
जनता को गुमराह कर रहे कमिश्नर
सत्यमेव जयते फाउंडेशन अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह (राज) ने कहा कि वसई-विरार क्षेत्र में गड्ढे में सड़क या सड़क में गड्ढे, इसको समझ पाना मुश्किल है. गड्ढों के कारण दो पहिया वाहनचालकों के साथ दुर्घटनाएं बढ़ गई हैंं.बेरोज़गारी के चलते लोगों की मुसीबतें पहले से ही बढ़ी, ऐसे में अस्पताल का खर्चा उनके ऊपर दोहरा असर कर रहा है. कमिश्नर सिर्फ घोटालों का खुलासा कर जनता को गुमराह करने में व्यस्त हैंं, लेकिन जनता का बुरा हाल है.
गड्ढों के लिए मनपा और सत्ताधारी दल जिम्मेदार
कांग्रेस कार्यकर्ता कैफ खान ने कहा कि वसई- विरार में सड़कों की दुर्दशा के लिए मनपा और स्थानीय सत्ताधारी पार्टी दोनों ही जिम्मेदार हैंं. सड़क निर्माण में इस्तेमाल होने वाले मैटेरियल का निरीक्षण नहीं होता. हर वर्ष पैंचवर्क कर सड़कोंं को सजाया जाता है, जो पहली बारिश में ही सत्ताधारी और प्रशासन को मुंह चिढ़ाती नजर आता है. इन लोगों ने कभी भी जनता की सुविधा पर ध्यान नहीं दिया, जिसका खामियाजा यहां के लोग भुगत रहें हैं.