नई दिल्ली/चंडीगढ़: जहां एक तरफ MSP गारंटी कानून और कर्जमाफी समेत 12 मांगों को लेकर एक बार फिर दिल्ली बॉर्डर (Delhi Border) पर किसान आंदोलन (Farmers Protest) कर रहे हैं। वहीँ जब पंजाब में किसानों और सरकार के बीच हुई मीटिंग सफल नहीं हुई तो, किसानों ने दिल्ली कूच शुरू की। पुलिस ने फिलहाल दिल्ली के सभी बॉर्डर सील कर दिए हैं। पटियाला के शंभू और जींद के दातासिंह वाला बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच बीते दो दिनों में कई बार टकराव हो चूका है।
इस टकराव के बीच पंजाब के सबसे बड़े किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन (उग्राहां) का बड़ा ऐलान किया है। जिसके अनुसार पंजाब भर में आज दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक रेलवे ट्रैक भी जाम किए जाएंगे। इस बाबत किसानों ने ऐलान किया है कि केंद्र के रवैये को देखते हुए अब हमने रेल रोकने का फैसला किया है। यह भी जानकारी मिली कि, आज यानी 15 फरवरी को 7 जगहों पर दोपहर 12:00 से शाम 4:00 तक रेल रोकी जाएगी। इसके अलावा दोपहर 11 बजे से 2 बजे तक पूरे पंजाब में कहीं भी टोल नहीं लेने दिया जाएगा। किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान घायल लोगों के इलाज का खर्च पंजाब सरकार उठाएगी।
आज तीन केंद्रीय मंत्री आज यानी गुरुवार को चंडीगढ़ (Chandigarh) में किसान नेताओं के साथ उनकी मांगों को लेकर तीसरे दौर की बैठक करेंगे। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर (Sarwan Singh Pandher) ने कहा कि शाम पांच बजे केंद्रीय मंत्रियों अर्जुन मुंडा (Arjun Munda), पीयूष गोयल (Piyush Goyal) और नित्यानंद राय (Nityanand Rai) के साथ बैठक होगी। हालांकि मुंडा ने बीते मंगलवार को ही कहा था कि MSP की गारंटी देने वाला कानून सभी हितधारकों से विचार-विमर्श किए बिना जल्दबाजी में नहीं लाया जा सकता। इसके साथ ही उन्होंने किसान संगठनों से इस मुद्दे पर सरकार के साथ रचनात्मक चर्चा करने की भी अपील की है।