जोहरान ममदानी (सोर्स- सोशल मीडिया)
New York Mayoral Election: अमेरिका में न्यूयॉर्क सिटी के मेयर चुनाव को लेकर प्रचार-प्रसार जोरों पर है। इस बीच, डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार ज़ोहरान ममदानी मंगलवार को क्वींस के फ्लशिंग इलाके में दो हिंदू मंदिरों के दौरे पर पहुंचे। यहां उन्होंने पूजा-अर्चना करने के बाद कहा कि उन्हें अपनी हिंदू विरासत पर गर्व है। अगर वह जीतते हैं, तो वह न्यूयॉर्क सिटी के पहले भारतीय-अमेरिकी और पहले मुस्लिम मेयर बनेंगे।
जोहरान ममदानी के दौरे के बाद न्यूयॉर्क में सनातन फैक्टर को लेकर चर्चा तेज हो गई है। दरअसल, वे एक मुस्लिम पारिवार से आते हैं। हालांकि उनकी मां और हिंदी फिल्मों की प्रसिद्ध निदेशक मीरा नायर हिंदू हैं, लेकिन ममदानी अब तक अपनी मुस्लिम पहचान को ही पेश करते आए हैं। ऐसे में अचानक से हिंदू मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करने को चुनावी रणनीति माना जा रहा है, जिससे उन्हें न्यूयॉर्क में रहने वाले हिंदू समुदाय का भी वोट मिल सके।
ममदानी ने बताया कि उनकी मां, प्रसिद्ध फिल्म निर्माता मीरा नायर, हिंदू हैं और उन्होंने हिंदू धर्म, उसकी परंपराओं और सेवा जैसे मूल्यों के बीच परवरिश पाई है। उनके पिता महमूद ममदानी युगांडा के एक जाने-माने प्रोफेसर हैं। उन्होंने कहा, “मैं मुस्लिम हूं, लेकिन मैंने बचपन से ही हिंदू धर्म की कहानियाँ, परंपराएँ और रीति-रिवाजों को जाना और समझा है। मुझे अपनी विरासत पर गर्व है और मैं इसे सभी के सामने साझा करना चाहता हूं।”
ममदानी ने अपने चुनावी वादों में यह भी कहा कि वह शहर में विभिन्न भाषाओं में संचार बेहतर बनाएंगे, जैसे हिंदी, नेपाली, गुजराती, पंजाबी और तिब्बती। साथ ही वे गैर-लाभकारी संगठनों को ज्यादा समर्थन और फंडिंग देंगे। इसके अलावा उन्होंने वादा किया है कि वे अमेरिका की इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एन्फोर्समेंट (ICE) की छापेमारी और डराने-धमकाने की कार्रवाई का विरोध करेंगे।
उन्होंने कहा कि न्यूयॉर्क के कई लोग डर के माहौल में जी रहे हैं क्योंकि उन्होंने देखा है कि ICE कैसे लोगों के साथ सख्ती करती है। वह एक ऐसे मेयर बनना चाहते हैं जो न्यूयॉर्क के लोगों के लिए खड़ा हो, न कि डोनाल्ड ट्रंप जैसे नेताओं के साथ मिलकर काम करे।
यह भी पढ़ें: कसाई बने शहबाज! कर्ज उतारने के लिए उठाया बड़ा कदम, चीन नहीं ये मुस्लिम देश कर रहा मदद
हालांकि, ममदानी ने अपने चुनाव प्रचार के शुरूआती चरणों में भारत और प्रधानमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए थे। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को तानाशाह और 2002 में गुजरात में हुए गोधरा कांड के लिए जिम्मेदार बताया था।