इन राष्ट्राध्यक्षों को सता रहा है हत्या का डर (फोटो- सोशल मीडिया)
Israel–Syria conflict: इजराइली हमले के बाद सीरिया के राष्ट्रपति अहमद अल शरा के देश से भाग जाने की खबर है। लेबनान के एक अकबार ने दावा किया है कि शरा ने दमिश्क छोड़ दिया है। उनके ऐसा करने पीछे इजराइल की उनकी हत्या की साजिश रचने को माना जा रहा है।
अहमद अल शरा इस वक्त दुनिया के एकलौते ऐसे प्रमुख नहीं है जिन्होंने आपनी हत्या का डर सता रहा है। बल्कि ताइवान, ईरान, यमन आर्मेनिया और उत्तर कोरिया जैसे देशों के राष्ट्राध्यक्ष इस सूची में शामिल हैं। इसके चलते उनकी सुरक्षा व्यावस्था को पहले और कड़ा कर दी गई है। आइए आपकों इन राष्ट्राध्यक्षों के बारे में बताते हैं। साथ में ये भी उनकी जान को खतरा क्यों है और किससे है?
अहमद अल शरा को इजराइल से जान का खतरा महसूस हो रहा है। सूत्रों के अनुसार, तुर्की ने 16 जुलाई को इस खतरे की संभावना को लेकर उन्हें सतर्क किया था। इसके बाद शुक्रवार को खबर सामने आई कि शरा ने दमिश्क स्थित राष्ट्रपति भवन छोड़ दिया है और किसी अज्ञात स्थान पर चले गए हैं। कुछ मीडिया रिपोर्टों में तो यहां तक दावा किया गया है कि वह देश छोड़कर भाग गए हैं। दरअसल, सीरिया के स्वेदा शहर में ड्रूज समुदाय पर हुई हिंसा के चलते इजराइल नाराज है। इसके चलते वो लगातार सीरिया पर हवाई हमला कर रहा है। कुछ हमले के राष्ट्रपति भवन के पास भी हुए। यही कारण है कि अल शरा के अपने घर छोड़ने की बात कही जा रही है।
ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई को इजराइल से गंभीर जान का खतरा है। हाल ही में इजराइल ने ईरान के कई वरिष्ठ सैन्य कमांडरों की टारगेट किलिंग की, जिसके बाद खामेनेई को कई दिनों तक एक सुरक्षित बंकर में रहना पड़ा। इसी बंकर से वे देश की सत्ता और युद्ध संबंधी गतिविधियों का संचालन कर रहे थे। इसके अलावा उन्हें ईरान में मुजाहिदीन ए खल्क जैसे विद्रोही संगठनों से भी खतरा महसूस हो रहा है।
ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग-ते को चीन से जान का खतरा है। ‘वन चाइना पॉलिसी’ की अवहेलना को लेकर उन्हें कई बार धमकियाँ मिल चुकी हैं। आशंका है कि चीन की सेना और खुफिया एजेंसियाँ उनके खिलाफ साजिश कर सकती हैं। देश के भीतर भी खतरे बने हुए हैं।
आर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोल पशनियान को नागोर्नो कराबाख युद्ध में हार और रूस से बिगड़े रिश्तों के चलते हत्या का डर सता रहा है। उन्हें आंतरिक विरोध, राष्ट्रवादी ताकतों और सैन्य गुटों से खतरा है। 2021 में उन पर हमला भी हुआ था और वे इस्तीफे के दबाव में रहे हैं।
यमन के राष्ट्रपति रशद अल अलीमी को हूती विद्रोहियों से जान का खतरा है, क्योंकि देश के बड़े हिस्से पर उनका कब्जा है। पूर्व नेताओं की हत्या के बाद वे निशाना बन सकते हैं। इजराइल और अमेरिका से भी खतरे की आशंका है, हालांकि अभी कोई सीधी धमकी नहीं मिली है।
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उत्तर कोरिया की सत्ता पर कई सालों से काबिज राष्ट्रपति किम जोंग उन को भी अपनी हत्या का डर सत्ता रहा है। इसके चलते हाल ही में उन्होंने अपनी रक्षा में तैनात पूरी टीम को बदल दिया। किम को साउथ कोरिया, जापान और अमेरिका से अपनी जान का खतरा है।