नादिया गांव के पास खुले मैदान में बख्तरबंद गाड़ियां (फोटो सोर्स - सोशल मीडिया)
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: सीजफायर को लेकर सऊदी अरब में होने वाली अहम बैठक से पहले यूक्रेन ने जंग के मैदान में बड़ी सफलता हासिल की है। लुगांस्क क्षेत्र के नादिया गांव पर 30 घंटे तक चले सैन्य अभियान के बाद यूक्रेनी सेना ने फिर से अपना कब्जा जमा लिया है। यह इलाका लगभग पूरी तरह रूस के नियंत्रण में आ चुका था, ऐसे में यूक्रेन की यह जीत बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। यह सफलता संभावित युद्धविराम वार्ता से पहले कीव को मजबूत स्थिति में ला सकती है। सोमवार को सऊदी अरब में अमेरिका और यूक्रेन के बीच इसको लेकर अहम चर्चा होने वाली है।
यूक्रेनी सेना ने बताया कि यह जीत लुगांस्क क्षेत्र में 30 घंटे तक चले कठिन सैन्य अभियान के बाद संभव हो पाई। इस दौरान करीब तीन वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर फिर से कब्जा किया गया। नादिया गांव की यह वापसी, उस क्षेत्र में यूक्रेन के लिए दुर्लभ युद्धक्षेत्र सफलता है, जो 2022 में रूस के कब्जे में चला गया था। इस जीत के साथ यूक्रेन ने अपनी सैन्य ताकत का एक बार फिर प्रदर्शन किया है।
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रविवार देर रात सऊदी अरब में अमेरिका और यूक्रेन के बीच अहम मीटिंग होनी है, जिसमें युद्धविराम की संभावनाओं पर बात होगी। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने विश्वास जताया है कि यह बैठक देश की स्थिति मजबूत करने में मदद करेगी। सोमवार को अमेरिका और रूस के प्रतिनिधियों के बीच भी बातचीत प्रस्तावित है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पहले ही 30 दिन के आंशिक युद्धविराम प्रस्ताव को मंजूरी दी है। हालांकि, अमेरिका और यूक्रेन समग्र युद्धविराम चाहते हैं। अब देखना होगा कि सऊदी अरब की यह बैठक क्या कोई बड़ा समाधान निकाल पाती है या नहीं। दरअसल अभी रूस-यूक्रने जंग को बंद होने के चर्चा मीडिया में खूब चल रही है। अभी कुछ दिनों पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति ने अमेरिका के व्हाइट हाउस में ट्रंप से मीटिंग की थी जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में रही थी। अब इसी क्रम में आगे यह देखना होगा कि इस जंग का अब अंतिम पड़ाव क्या रहता है।