इज़रायल के भारत में राजदूत रूवेन अजार,फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: इज़रायल के भारत में राजदूत रूवेन अजार ने हमास को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि उसने गाजा पट्टी से बंधकों को रिहा नहीं किया और कूटनीति का रास्ता नहीं अपनाया, तो इज़रायल गाजा पर कब्जा कर लेगा। उन्होंने यह बयान बुधवार को एक मीडिया चैनल से बातचीत के दौरान दिया।
राजदूत का यह बयान इज़रायल द्वारा गाजा में किए गए भीषण हवाई हमलों के बाद आया है, जिनमें 400 से अधिक लोगों की मौत हुई। यह हमले पिछले दो महीनों में सबसे घातक बताए जा रहे हैं। इन हमलों के बाद जनवरी में लागू हुआ दो महीने पुराना युद्धविराम समाप्त हो गया। इज़रायल ने युद्धविराम को बनाए रखने में विफलता के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया है, क्योंकि उसने शांति प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया था। इससे पहले, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी गाजा पर कब्जा करने की बात कह चुके हैं।
इजरायल के अधिकारी अजार ने कहा कि देश लंबे समय से हमास द्वारा शेष बंधकों की रिहाई की प्रतीक्षा कर रहा था। उन्होंने युद्ध को समाप्त करने के लिए कूटनीतिक समाधान तक पहुंचने के मकसद से फिलिस्तीनी समूह पर सैन्य दबाव बढ़ाने के कदम को उचित ठहराया।
अजार ने स्पष्ट किया, “हम ऐसी स्थिति को बरकरार नहीं रख सकते, जहां हमारे बंधक अब भी उनके कब्जे में हों और उनकी रिहाई न हो। इसलिए, हमने सैन्य दबाव बढ़ाने का निर्णय लिया ताकि अपने बंधकों को वापस ला सकें और इस संघर्ष के कूटनीतिक समाधान की दिशा में आगे बढ़ सकें।”
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इजरायली राजदूत ने कहा कि हमास के पास दो ही रास्ते बचे हैं या तो वे कूटनीतिक प्रयासों में सहयोग करें और बंधकों को रिहा करें, अन्यथा इजरायल को वहां जाकर क्षेत्र पर नियंत्रण स्थापित करना पड़ेगा और मानवीय सहायता की जिम्मेदारी खुद उठानी होगी।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इजरायल गाजा के निवासियों को सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है। जब उनसे पूछा गया कि क्या इजरायल गाजा पट्टी में एक बड़ा बफर जोन बना रहा है या वहां के लोगों से क्षेत्र छोड़ने के लिए कह रहा है, तो उन्होंने इस दावे को खारिज कर दिया।