ईरान-इजरायल टेंशन, (डिजाइन फोटो)
वांशिगटन: मध्य पूर्व में पुराने दुश्मन इजरायल और ईरान आमने-सामने आ गए हैं। हाल ही में इजरायल ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हमला बोला, जिसमें ईरान के कई बड़े सैन्य अधिकारी और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए। इसके जवाब में, शुक्रवार-शनिवार की रात ईरान ने इजरायल पर मिसाइल दागकर हमला किया, जिससे इजरायली शहरों में काफी नुकसान हुआ है। जिसके बाद क्या तीसरा विश्वयुद्ध छिड़ने वाला है? यह सवाल इन दिनों खूब चर्चा में है, क्योंकि इस तनाव के बीच दुनिया भर में यह चिंता बढ़ रही है कि कहीं यह टकराव बड़े युद्ध में न बदल जाए।
इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के साथ ही विश्वयुद्ध का खतरा भी गहराता जा रहा है। इजरायल द्वारा ईरान पर बड़ा सैन्य आक्रमण शुरू करने से कुछ घंटे पहले, एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने इस स्थिति को पहले के किसी भी समय से ज्यादा गंभीर बताया था। उन्होंने यह चेतावनी ठीक उस वक्त दी थी जब इजरायल ईरान पर बड़े पैमाने पर हमला करने की तैयारी कर रहा था।
इजरायल ने ईरान पर उस समय हमला किया, जब डोनाल्ड ट्रंप की सरकार ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षाओं को रोकने के लिए तेहरान के साथ गहन वार्ता कर रही थी। इजरायली हमले के बाद भी ट्रंप प्रशासन ने ईरान से बातचीत जारी रखने का आग्रह किया है। हालांकि, इजरायल का मानना है कि ईरान तेजी से परमाणु हथियार विकसित करने में लगा हुआ है और वार्ता प्रक्रिया का उपयोग अपने इरादों को छिपाने के लिए कर रहा है।
अबकी बार मिसाइलें दागीं तो राख होगा तेहरान, इजरायल ने दी ईरान को खुलेआम धमकी
वॉशिंगटन पोस्ट ने एक अमेरिकी वरिष्ठ राजनयिक के बयान के आधार पर खबर दी है कि पिछले कई सालों की तुलना में वर्तमान समय में विश्वयुद्ध का खतरा सबसे अधिक बढ़ गया है। राजनयिक ने सावधान करते हुए कहा, “हम इस स्थिति पर लगातार निगरानी कर रहे हैं और यह हमारे लिए चिंता का विषय है। हमारा मानना है कि यह संकट पहले के किसी भी दौर से ज्यादा गंभीर है।”
उन्होंने आगे बताया कि यदि इजरायल ईरान पर एकतरफा सैन्य कार्रवाई करता है, तो इससे पूरे क्षेत्र में अशांति फैल सकती है। ईरान द्वारा जवाबी हमले की आशंका के साथ-साथ अन्य देशों के भी इस संघर्ष में शामिल होने की संभावना है, जिससे यह सैन्य टकराव तेजी से बढ़कर अनियंत्रित हो सकता है।