एलन मस्क (फोटो -सोशल मीडिया)
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: इंसान के मंगल ग्रह पर कदम रखने का सपना अब हकीकत बनने के करीब है, और इस सपने को सच करने का दावा कर रहे हैं स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क। मस्क ने हाल ही में घोषणा की है कि उनका स्पेस मिशन अगले साल लॉन्च होगा, जिसमें इंसान नहीं बल्कि टेस्ला का ह्यूमनॉइड रोबोट ‘ऑप्टिमस’ सवार होगा। यह मिशन मंगल पर इंसानों की मौजूदगी का पहला कदम साबित हो सकता है। अगर सबकुछ योजना के मुताबिक रहा, तो 2029 तक इंसान मंगल की धरती पर उतर सकता है। हालांकि, मस्क का मानना है कि 2031 इसकी ज्यादा संभावित समय सीमा हो सकती है।
मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि अगर ऑप्टिमस का यह मिशन सफल रहा, तो मंगल पर इंसानों की लैंडिंग 2029 तक संभव हो सकती है। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि 2031 ज्यादा व्यावहारिक समय सीमा हो सकती है। इस घोषणा के बाद पूरी दुनिया में चर्चा शुरू हो गई कि क्या वास्तव में मानव सभ्यता जल्द ही एक नए ग्रह पर कदम रखेगी।
Starship departs for Mars at the end of next year, carrying Optimus.
If those landings go well, then human landings may start as soon as 2029, although 2031 is more likely. https://t.co/JRBB95sgNN
— Elon Musk (@elonmusk) March 15, 2025
स्पेसएक्स ने 14 मार्च को अपनी 23वीं वर्षगांठ मनाई, और इसी दिन एलन मस्क ने यह चौंकाने वाला ऐलान किया। उन्होंने कहा कि स्पेसएक्स का सबसे बड़ा स्पेसक्राफ्ट ‘स्टारशिप’ 2026 के अंत तक मंगल के लिए उड़ान भरेगा। इस मिशन में इंसानों की बजाय ऑप्टिमस रोबोट को भेजा जाएगा, जो मंगल की सतह पर कई महत्वपूर्ण परीक्षण करेगा।
एलन मस्क की योजना जितनी रोमांचक है, उतनी ही मुश्किल भी। मंगल तक इंसानों को पहुंचाने का रास्ता अब तक आसान नहीं रहा है। स्पेसएक्स पिछले कई सालों से ‘स्टारशिप’ स्पेसक्राफ्ट को विकसित कर रहा है, लेकिन अब तक इसे लेकर कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है। अब तक किए गए आठ टेस्ट लॉन्च असफल रहे हैं, जिनमें स्पेसक्राफ्ट लॉन्च होते ही या कुछ मिनटों बाद ही फट गया। हाल ही में, 7 मार्च को हुआ परीक्षण भी असफल रहा, जिसमें स्टारशिप लॉन्च के कुछ मिनटों बाद ही धमाके के साथ नष्ट हो गया और उसके टुकड़े धरती पर गिर गए। हालांकि, इन असफलताओं के बावजूद मस्क का विश्वास डिगा नहीं है। उनकी टीम लगातार स्पेसक्राफ्ट को बेहतर बनाने में लगी हुई है, ताकि मंगल की लंबी यात्रा को सुरक्षित बनाया जा सके।
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महज पांच साल में इंसानों को मंगल तक भेजना जितना रोमांचक लगता है, उतना ही चुनौतीपूर्ण भी है। वैज्ञानिकों का मानना है कि अभी कई तकनीकी बाधाओं को पार करना बाकी है। मंगल पर सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करने से लेकर वहां जीवन जीने लायक माहौल बनाने तक, हर कदम बेहद मुश्किल है। लेकिन एलन मस्क का इतिहास देखे तो यह असंभव भी नहीं लगता। स्पेसएक्स ने पहले भी कई नामुमकिन लगने वाले मिशनों को सफलतापूर्वक पूरा किया है, जैसे कि पुनः उपयोग किए जा सकने वाले रॉकेट्स और इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन तक सफल यात्राएं। मंगल पर इंसान 2029 में पहुंचेगा या 2031 में, यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन इतना तय है कि अब अंतरिक्ष की यह दौड़ रोमांचक मोड़ पर पहुंच गई है। स्पेसएक्स इस मिशन को लेकर पूरी तरह तैयार है, और आने वाले साल इस सपने को हकीकत में बदलने के लिए बेहद महत्वपूर्ण होने वाले हैं।