सांकेतिक तस्वीर
Terrorist attack on Russia: रूस की संघीय सुरक्षा सेवा (FSB) ने एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया। FSB ने बताया कि रक्षा मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी को निशाना बनाने की योजना थी। इस साजिश में एक दोहरी नागरिकता (रूसी-यूक्रेनी) रखने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, जो कार बम के जरिए हमले की तैयारी में था। यह खुलासा ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ इस शुक्रवार को अहम बैठक करने वाले हैं।
FSB ने बताया कि, हिरासत में लिए गए व्यक्ति ने 60 किलो से अधिक विस्फोटक सामग्री कार में छिपाई थी, जिसे उस समय विस्फोटित करने की योजना थी जब अधिकारी वहां से गुजर रहे होते। रूसी अधिकारियों ने बताया कि यह हालिया घटना पिछले एक वर्ष में सामने आए कई ऐसे प्रयासों में से एक है, जिन्हें विफल किया गया।
रूस ने इसके पीछे यूक्रेन के हाथ होने की बात कही है। इससे पहले भी रूस कई बार यूक्रेन पर ऐसे आतंकी प्रयासों के पीछे होने का आरोप लगाता रहा है। इसी साल 25 अप्रैल को मॉस्को क्षेत्र में एक कार बम विस्फोट में रूसी लेफ्टिनेंट जनरल यारोस्लाव मोस्कालिक की मौत हो गई थी, जिसे यूक्रेन समर्थित हमला माना गया।
इसी बीच, यूक्रेन ने रूस के ओरेनबर्ग क्षेत्र में स्थित एक प्रमुख हीलियम उत्पादन संयंत्र पर ड्रोन हमला किया है। यह संयंत्र रूस का एकमात्र हीलियम उत्पादक है, जिसका उपयोग रॉकेट, अंतरिक्ष और विमानन तकनीक में होता है। स्थानीय लोगों ने हमले के दौरान ड्रोन की आवाजें और धमाके महसूस किए।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी कि रविवार रात से सोमवार सुबह तक एयर डिफेंस सिस्टम ने 39 यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया। इनमें से 32 ड्रोन रात के समय और 7 सुबह के वक्त गिराए गए। बेलगोरोद, ब्रायंस्क, कालुगा, क्रीमिया, ओरियोल, कुर्स्क, वोरोनेझ, रियाजन, मॉस्को और तुला जैसे क्षेत्रों में ड्रोन गिराए गए।
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इसके अलावा, निझनी नोवगोरोद क्षेत्र में हुए ड्रोन हमले में एक नागरिक की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए। मॉस्को के मेयर सर्गेई सोब्यानिन ने बताया कि राजधानी की ओर आ रहे सात ड्रोन को मार गिराया गया और राहत कार्य जारी है।