अमेरिका और यूक्रेन ने रूस के सामने शांति की नई शर्त रखी (सोर्स- सोशल मीडिया)
Long-term Peace Commitment: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के भारत से लौटने के तुरंत बाद, यूक्रेन युद्ध पर अमेरिका में शांति वार्ता का दौर तेज हो गया है। अमेरिका और यूक्रेन के अधिकारियों ने युद्ध विराम को लेकर रूस के सामने एक नई और महत्वपूर्ण शर्त रखी है। यह वार्ता युद्ध समाप्ति के बाद यूक्रेन के पुनर्निर्माण और सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने पर केंद्रित है। अधिकारियों का लक्ष्य दीर्घकालिक शांति के लिए रास्ता तलाशना है।
यूक्रेन में युद्ध विराम और दीर्घकालिक शांति को लेकर अमेरिका और यूक्रेनी अधिकारियों के बीच लगातार तीसरे दिन वार्ता जारी है। फ्लोरिडा में हुई दूसरे दिन की बैठक के बाद एक संयुक्त बयान जारी किया गया, जिसमें रूस के सामने शांति की एक नई और मजबूत शर्त रखी गई है।
बयान में कहा गया है कि, “दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हैं कि कोई समझौता तभी संभव है जब रूस दीर्घकालिक शांति के लिए गंभीर प्रतिबद्धता दिखाए। इसमें तनाव कम करना और हत्याओं को रोकना जैसे ठोस कदम शामिल हैं।” अधिकारियों का यह रुख रूस पर वास्तविक कार्रवाई करने का दबाव बनाने के लिए है, क्योंकि पिछले कूटनीतिक प्रयास गतिरोध तोड़ने में नाकाम रहे हैं।
इस मौजूदा वार्ता से पहले, मंगलवार को क्रेमलिन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी दूतों के बीच भी बातचीत हो चुकी है। क्रेमलिन में हुई इस बैठक में अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ट्रंप के दामाद जैरेड कुशनर मौजूद थे, जिसके बाद उन्होंने फ्लोरिडा में यूक्रेन के मुख्य वार्ताकार रुस्तम उमेरोव से मुलाकात की।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि फ्लोरिडा में मौजूद उनका प्रतिनिधिमंडल क्रेमलिन में हुई बातचीत की पूरी जानकारी चाहता है। जेलेंस्की और यूरोपीय नेता बार-बार पुतिन पर शांति वार्ता में देरी करने और रूसी सेना द्वारा हमले तेज करने का आरोप लगाते रहे हैं, जिससे इस नई पहल पर संदेह भी बना हुआ है।
वार्ता के इस दौर में युद्ध समाप्ति के बाद यूक्रेन के लिए एक मजबूत सुरक्षा तंत्र तैयार करने की प्रगति पर मुख्य ध्यान केंद्रित है। संयुक्त बयान में कहा गया कि पृथक बैठकों में भविष्य के एजेंडे की समीक्षा की गई, जिसका मकसद युद्ध के बाद यूक्रेन का पुनर्निर्माण, अमेरिका-यूक्रेन संयुक्त आर्थिक परियोजनाएं और दीर्घकालिक सहयोग को मजबूत करना है।
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क्रेमलिन के विदेश नीति सलाहकार यूरी उशाकोव ने शुक्रवार को जैरेड कुशनर की तारीफ की और कहा कि वह रूस के यूक्रेन पर आक्रमण को खत्म करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। वार्ता का यह दौर जारी है और आज तीसरे दिन फिर बैठक होगी, जिसके केंद्र में पुनर्निर्माण, आर्थिक साझेदारी और रूस की सेनाओं की विश्वसनीय वापसी जैसे मुद्दे हैं।