यूक्रेन में पकड़ा गया भारतीय छात्र (सोर्स- सोशल मीडिया)
Russia Ukraine War: यूक्रेन ने दावा किया है रूस दूसरे देश से पढ़ने आए छात्रों को जबरदस्ती जंग में अपनी तरफ से लड़ने के लिए उतार रहा है। यूक्रेन की सेना ने सबूत के तौर पर एक भारतीय का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। जिसे जेल का डर दिखाकर रूसी सेना ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में उतारा था।
छात्र की पहचान गुजरात के मोरबी जिले का रहने वाला 22 वर्षीय माजोती साहिल मोहम्मद हुसैन के रूप में हुई है। माजोती पढ़ाई के लिए रूस गया था, अब यूक्रेन-रूस युद्ध में फंस गया। माजोती ने यूक्रेनी सेना के सामने आत्मसमर्पण करते हुए अधिकारियों को अपनी आपबीती सुनाई।
माजोती ने यूक्रेनी अधिकारियों को बताया कि वह रूस में एक ड्रग्स केस में फंस गया था, जिसमें उसे 7 साल की सजा सुनाई गई थी। जेल से बचने के लिए उसे रूसी सेना में भर्ती होने का प्रस्ताव दिया गया, जिसे उसने स्वीकार कर लिया। केवल 16 दिन की ट्रेनिंग के बाद, 1 अक्टूबर को उसे जंग के मैदान में भेज दिया गया।
🇮🇳Indian student caught in the Russia-Ukraine war. Ukraine’s military has captured Majoti Sahil Mohamed Hussein, 22, from Gujarat, India, who ended up fighting alongside Russian forces. He reportedly came to Russia on a study visa but was tricked into signing a military… pic.twitter.com/waxvP3bXK4 — Aares (@aares0205) October 7, 2025
माजोती ने बताया कि तीन दिन बाद, अपने कमांडर से झगड़ा होने पर उसने हथियार डाल दिए और यूक्रेनी सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। वीडियो में उसने कहा, मैं लड़ना नहीं चाहता था, मैंने हथियार फेंक दिए और मदद मांगी। उसका कहना है कि उसे रूसी सेना में भर्ती के बदले पैसे देने का वादा किया गया था, लेकिन उसे कुछ नहीं मिला। अब वह रूस लौटना नहीं चाहता।
जानकारी के मुताबिक, रूस ने भारत समेत कई देशों के नागरिकों को पढ़ाई या नौकरी का लालच देकर सेना में भर्ती किया है। यूक्रेन के खिलाफ जंग में रूस की ओर से लड़ते हुए अब तक 12 भारतीयों की मौत हो चुकी है। जनवरी में भारत सरकार ने बताया था कि कुल 126 भारतीय रूसी सेना में भर्ती हुए थे, जिनमें से 96 वापस लौट चुके हैं।
यह भी पढ़ें: भरी अदालत में जज को मारी गोली…फिर बनाया दो और लोगों को शिकार, कहां से आया सनसनीखेज मामला?
वहीं, भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए रूस से भारतीयों की भर्ती बंद करने और पहले से भर्ती लोगों को रिहा करने की मांग की है। मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने लोगों को चेतावनी दी है कि वे किसी भी हालत में रूसी सेना में भर्ती न हों, क्योंकि यह जानलेवा हो सकता है।