इजरायल-ईरान जंग को लेकर पुतिन ने ट्रंप से की बात, फोटो (सो.सोशल मीडिया)
वांशिगटन: मिडिल ईस्ट लंबे समय से संघर्ष की ज्वाला में जल रहा है। इजरायल और ईरान के बीच हुए युद्ध ने इस आग को और भड़का दिया है। पिछले 48 घंटों से दोनों देश एक-दूसरे पर लगातार मिसाइल दाग रहे हैं। इस बीच, मिडिल ईस्ट की वर्तमान स्थिति पर चर्चा करने के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच फोन पर वार्ता हुई।
रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के एक अधिकारी यूरी उशाकोव ने बताया कि पुतिन और ट्रंप के बीच 50 मिनट तक बातचीत हुई, जो सकारात्मक रही। इस वार्ता में दोनों नेताओं ने इजरायल-ईरान संघर्ष के कारण मध्य पूर्व पर पड़ने वाले गंभीर प्रभावों पर विचार-विमर्श किया।
उशाकोव के अनुसार, पुतिन ने ट्रंप को इजरायल और ईरान के नेताओं के साथ हुई अपनी वार्ता का विवरण भी साझा किया। पुतिन ने इजरायल द्वारा ईरान के विरुद्ध किए गए सैन्य अभियान की आलोचना की और इस संघर्ष से पैदा हुए तनाव पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसका नकारात्मक प्रभाव पूरे मिडिल ईस्ट क्षेत्र को झेलना पड़ेगा।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस संघर्ष को और बढ़ने से रोकने के महत्व पर बल दिया और संभावित शांति प्रयासों में रूस की भागीदारी की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने इस विवाद को सुलझाने के लिए मध्यस्थता की पेशकश भी की। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मौजूदा हालात को गंभीर बताते हुए कहा कि ईरान को वार्ता में वापस आना ही होगा। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका की वार्ता टीम इसके लिए तैयार है और वे ईरानी प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करने को तैयार हैं।
चीन ने किया इजरायल-ईरान युद्ध में एंट्री! तेहरान पहुंचे ड्रैगन के प्लेन, मिडिल ईस्ट में हलचल तेज
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई वार्ता के दौरान दो जून को इस्तांबुल में हुए रूस-यूक्रेन वार्ता समझौते की जानकारी साझा की। साथ ही, उन्होंने 22 जून के बाद यूक्रेन के साथ फिर से बातचीत करने की इच्छा भी व्यक्त की।
मिडिल ईस्ट में इजरायल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है, जहां दोनों देश एक-दूसरे पर जमकर हमले कर रहे हैं। इजरायली रक्षा बल (IDF) के अनुसार, ईरान ने पिछली रात 80 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिनमें से करीब 40 उत्तरी इजरायल में टकराईं। इस हमले में अब तक 10 इजरायली नागरिकों की मौत हो चुकी है, जबकि 200 से अधिक घायल हैं। सात लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैंन वहीं, इजरायल की ईरान पर की गई कार्रवाई में 130 से अधिक लोगों की जान चली गई है, जिनमें लगभग नौ परमाणु वैज्ञानिक और कई वरिष्ठ ईरानी कमांडर शामिल हैं। इसके अलावा, 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।