यूक्रेनी हमलों का खौफनाक हिसाब ले रहे पुतिन, (डिजाइन फोटो)
मास्को: पिछले तीन दिनों में यूक्रेन ने रूस के अंदर बड़े स्तर पर तबाही मचाई है। अब रूसी सेना उन हमलों का सटीक और कड़ा जवाब दे रही है। दोनों देशों के बीच पहले ही दो बार शांति वार्ता हुई है और कई मुद्दों पर सहमति भी बनी है। बावजूद इसके, दोनों देशों के बीच युद्ध का यह खतरनाक रूप देखने को मिल रहा है। बुधवार को रूस ने घोषणा की कि उसने यूक्रेन के दो महत्वपूर्ण शहरों पर कब्जा कर लिया है और कम से कम दो क्षेत्रों में अपना नियंत्रण स्थापित कर दिया है, जहां रूसी झंडा फहराया गया।
यूक्रेन ने पिछले रविवार को रूस के अंदर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया। लगभग 18 महीनों की तैयारी के बाद, यूक्रेनी सेना ने ड्रोन से लैस ट्रकों के जरिए रूस के चार प्रमुख सैन्य हवाई अड्डों पर हमला किया और कम से कम 40 विमानों को नष्ट कर दिया। इसके बाद मंगलवार को रूस के क्रीमिया ब्रिज को बम से उड़ा दिया गया। इन हमलों ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को गंभीर चिंता में डाल दिया।
रूस ने यूक्रेनी हमलों का अब खुलकर जवाब देना शुरू कर दिया है। बुधवार को रूसी सेना ने दावा किया कि उसने यूक्रेन के सूमी इलाके में एक और गांव किंद्रातिवका पर कब्जा कर लिया है। साथ ही पूर्वी यूक्रेन के रिडकोडुब गांव को भी रूस ने अपने नियंत्रण में ले लिया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यूक्रेन के हमलों के बाद रूस अब शांत नहीं बैठेगा और जवाबी कार्रवाई में अपनी ताकत दोगुनी कर देगा। रूसी सेना की यूक्रेन सीमा के अंदर घुसपैठ की घटनाएं भी बढ़ गई हैं। वहीं, मॉस्को ने यूक्रेन के इन दो क्षेत्रों पर कब्जे को बड़ी उपलब्धि बताया है और इसे ‘बफर जोन’ बनाने की रणनीति का हिस्सा बताया है, जिससे यूक्रेनी हमलों से रूसी इलाकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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पिछले कुछ हफ्तों के दौरान रूस ने यूक्रेन के उत्तर और पूर्वी हिस्सों में कई छोटे लेकिन गांवों पर कब्जा जमा लिया है। इन क्षेत्रों में भारी बमबारी के कारण स्थानीय बुनियादी ढांचे को गंभीर नुकसान पहुंचा है। हालांकि, यूक्रेनी सेना ने अभी तक इन घटनाओं की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है।