UN मुख्यालय के बाहर अमेरिकी हिंदू एनजीओ का प्रदर्शन
न्यूयॉर्क: बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा का असर अमेरिका तक पहुंच चुका है। हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की मांग को लेकर शनिवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के बाहर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे हुए। वाशिंगटन स्थित एनजीओ हिंदू एक्शन ने कहा कि सभी क्षेत्रों के लोग स्वतः स्फूर्त तरीके से आए।
हिंदू एक्शन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा कि संयुक्त राष्ट्र के बाहर विरोध प्रदर्शन जारी है। बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों को बचाने की मांग की जा रही है।
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हिंदू एक्शन ने निकाला मोर्चा
हिंदू एक्शन ने आगे कहा सभी क्षेत्रों के लोगों को कार्य दिवस पर स्वतःस्फूर्त तरीके से आते देखना बहुत प्रभावशाली है। आगे कहा कि न्यूयॉर्क में अन्य स्थानों पर भी विरोध प्रदर्शन हुए। एनजीओ ने बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाकर की जा रही हिंसा के खिलाफ बोलने के लिए कई अमेरिकी प्रतिनिधियों की प्रशंसा की और उन्हें धन्यवाद दिया। कहा कि आगे बढ़कर नेतृत्व करने के लिए धन्यवाद। एनजीओ ने रिपब्लिकन कांग्रेसी फॉलन की पोस्ट का जिक्र करते हुए कहा कि आप जैसा नेता वास्ताव में युगों में एक होता है।
फॉलन ने क्या कहा था
एक्स पर एक पोस्ट में, रिपब्लिकन कांग्रेसी पैट फॉलन ने कहा था कि मैं बांग्लादेश में चल रही राजनीतिक हिंसा और धार्मिक उत्पीड़न की कड़ी निंदा करता हूं। मैं अंतरिम सरकार से बांग्लादेशी लोगों के साझा हित में काम करने और इस हिंसा को तुरंत समाप्त करने का आग्रह करता हूं। उन्होंने कहा कि हिंदुओं, बौद्धों, ईसाइयों और किसी भी अन्य धार्मिक अल्पसंख्यक को निशाना बनाना निंदनीय है। जिन लोगों ने हिंसा के इन कृत्यों को भड़काया और उनमें भाग लिया, उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
बांग्लादेश विद्रोह में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हमला
बांग्लादेश में हिंसा के खिलाफ कई अन्य नेताओं ने भी आवाज उठाई। इससे पहले, अमेरिकी कांग्रेसी राजा कृष्णमूर्ति ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन को पत्र लिखकर बांग्लादेशी सरकार से देश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने में सहायता मांगी थी। बता दें कि बांग्लादेश विद्रोह में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हमला किया गया था।
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