बेंजामिन नेतन्याहू, फोटोः ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत डेस्कः सीजफायर समझौते के बाद यह उम्मीद थी कि हमास और इजराइल के बीच 15 महीनों की जंग खत्म हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस डील को लेकर इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अपने ही साथियों से घिर गए हैं। इजराइल के नेशनल सिक्योरिटी मिनिस्टर इतामार बेन-गविर ने पीएम नेतन्याहू को इस्तीफा देने की धमकी दी है।
मंत्री बेन-गविर ने इस समझौते को लापरवाह बताया है। उनका कहना है कि यह संघर्ष विराम समझौता युद्ध में मिली सफलता को कमजोर करेगा। अगर यह समझौता मंजूर हुआ, तो उनकी पार्टी ओत्जमा यहूदीदित सरकार से बाहर हो जाएगी। बेन-गविर ने सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नेतन्याहू को धमकी दी है। इससे पहले वित्त मंत्री बेजेलेल स्मोट्रिच भी ऐसी धमकी दे चुके हैं।
इजराइल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री बेन गविर ने कहा कि जो समझौता हुआ है, वह बेहद लापरवाह है। इसमें सैकड़ों खतरनाक आतंकवादियों को छोड़ा जाएगा, हजारों आतंकवादियों को गाजा क्षेत्र में भेजा जाएगा, और युद्ध खत्म हो जाएगा। इस प्रकार, यह समझौता इजराइल की युद्ध में मिली सफलता को खत्म कर देगा और युद्ध का अंत कर देगा।
इजराइल के वित्त मंत्री बेजेलेल स्मोट्रिच और एक अन्य नेता ने कहा कि हमास अभी भी कमजोर नहीं हुआ है। अगर यह समझौता मंजूर होता है, तो हमास फिर से मजबूत हो सकता है। उनका कहना है कि अगर यह डील लागू होती है, तो उनकी पार्टी सरकार से बाहर निकल जाएगी। इजराइल के वित्त मंत्री बेजेलेल स्मोट्रिच के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री बेन गविर ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू की सरकार को सीधी धमकी दी है।
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इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास को अपनी नई मांगें छोड़नी होंगी और अभी युद्धविराम पर कोई बैठक नहीं होगी। उन्होंने बताया कि गाजा में हमास को पीछे हटना होगा, क्योंकि वह वादाखिलाफी कर रहा है। बुधवार को इजराइल और हमास के बीच सीजफायर समझौता हुआ था, लेकिन अगले ही दिन इजराइल ने गाजा पर हमला कर इस समझौते का उल्लंघन किया।
बता दें कि इस मामले स्मोट्रिच ने बुधवार को कहा था कि जो समझौता सरकार के सामने रखा जाएगा, वह इजराइल की सुरक्षा के लिए खतरनाक है। उन्होंने कहा, “हम चुप नहीं रहेंगे, हमारे भाइयों के खून की आवाज हमें बुला रही है।” स्मोट्रिच ने यह भी बताया कि पिछले दो दिनों में प्रधानमंत्री और उन्होंने इस मुद्दे पर गहरी चर्चा की है। हालांकि, प्रधानमंत्री नेतन्याहू अब इस समझौते से पीछे हट गए हैं।