फ्रांस में धार्मिक हिंसा भड़काने की कोशिश (फोटो- सोशल मीडिया)
Pig Heads at French Mosques: फ्रांस में हाल ही में धार्मिक तनाव और बढ़ गया जब पेरिस और उसके आसपास की नौ मस्जिदों के बाहर सूअरों के कटे हुए सिर पाए गए। इस घटना से पूरे पेरिस में धार्मिक हिंसा भड़कने की खतरा बढ़ गया है। इस घटना से फ्रांस के मुस्लिम समुदाय गुस्सें में है और सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहा है।
जानकारी के मुताबिक फ्रांसीसी सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी शुरुआती जांच के आधार पर इस घटना के पीछे रूस के खुफिया एजेंसी के एजेंटों का हाथ मान रही है। फ्रांसीसी पुलिस इसे केवल एक आपराधिक हरकत नहीं, बल्कि एक अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा मान रही है।
स्थानीय मीडियो रिपोर्ट के मुताबिक, घटना मंगलवार सुबह घटी, जब मध्य पेरिस और उसके आसपास के शहरों की मस्जिदों के बाहर कटे हुए सिर मिले। जांच में पता चला कि दो संदिग्ध सर्बिया में पंजीकृत एक कार से फ्रांस आए थे। उन्होंने क्रोएशिया के मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल किया और घटना के कुछ घंटों बाद बेल्जियम में दाखिल हो गए।
🚨 Shocking provocation in Paris: Pig heads placed at 9 mosques, risking interfaith conflict.
French authorities point to suspects with Serbian plates, who now have fled to Belgium.
Is Serbia’s secret service inciting religious radicalism in Western Europe? Europe should be… pic.twitter.com/8xV8J5deDP
— Epirote Report 🌕 (@EpiroteReport) September 11, 2025
पुलिस ने बताया कि नॉर्मंडी के एक किसान ने पुष्टि की कि उसने इन्हीं दो लोगों को लगभग 10 सूअरों के सिर बेचे थे। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज में वही कार पूर्वी पेरिस के ओबरकैम्फ क्षेत्र में और अन्य मस्जिदों के पास देखी गई है। सीसीटीवी फुटेज में एक व्यक्ति सफेद टी-शर्ट, टोपी और सर्जिकल मास्क पहने हुए मालाकॉफ की एक मस्जिद के बाहर जानवर का सिर रखते और तस्वीरें खींचते नजर आया।
यह पहली बार नहीं है जब फ्रांस में इस तरह की घटना घटी हो। इससे पहले अक्टूबर 2023 में पेरिस की दीवारों पर ‘डेविड का सितारा’ बनाए गए थे। एक चिन्ह जिसे नाजियों द्वारा यहूदियों की पहचान के लिए इस्तेमाल किया जाता था। साथ ही मई 2024 में होलोकॉस्ट स्मारक पर लाल हाथों की पेंटिंग की गई थी।
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फ्रांसीसी खुफिया एजेंसियों ने शक के आधार पर पहले ही रूस और ईरान को उन देशों की सूची में रखा है जो फ्रांस में गुप्त रूप से अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। मस्जिदों के बाहर जानवरों के सिर रखने की यह घटना एक सुनियोजित रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है, जिसका मकसद धार्मिक भावनाओं को भड़काना और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ना हो सकता है।