पाकिस्तान में शिव मंदिर की जमीन पर कब्जा (फोटो- सोशल मीडिया)
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदू समुदाय के आस्था के केंद्र रहे एक प्राचीन शिव मंदिर की जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर भारी आक्रोश देखने को मिला है। हैदराबाद के टांडो जाम कस्बे में सैकड़ों की संख्या में हिंदू समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि छह एकड़ में फैली मंदिर की जमीन पर बिल्डरों ने निर्माण शुरू कर दिया है और रास्ते भी बंद कर दिए हैं। लगातार शिकायतों के बावजूद प्रशासन की चुप्पी को लेकर लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो हैदराबाद शहर में व्यापक विरोध होगा।
प्रदर्शन का आह्वान करने वाले संगठनों ने सरकार पर यह भी आरोप लगाया है कि राजनीतिक दबाव में स्थानीय पुलिस कोई भी कदम उठाने से पीछे हट रही है। समुदाय के मुताबिक, इस जमीन पर मंदिर के साथ श्मशान घाट भी मौजूद है, जिसकी पवित्रता को बिल्डरों ने नजरअंदाज कर दिया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अब वे सिर्फ स्थानीय प्रशासन पर निर्भर नहीं रहेंगे, बल्कि अदालत का रुख करेंगे और पूरे सिंध में बड़े पैमाने पर आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं।
मंदिर की जमीन पर अवैध निर्माण से नाराजगी
टांडो जाम में शिव मंदिर शिवाला की छह एकड़ जमीन पर निर्माण शुरू होने की सूचना मिलते ही स्थानीय हिंदू समुदाय में गुस्सा फैल गया। लोगों का कहना है कि मंदिर और श्मशान घाट की जमीन पर अतिक्रमण कर लिया गया है। साप्ताहिक पूजा और धार्मिक कार्यक्रमों तक का रास्ता बंद कर दिया गया है, जिससे समुदाय की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंची है।
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सरकार और प्रशासन पर कार्रवाई में देरी का आरोप
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि बार-बार शिकायत देने के बावजूद पुलिस और जिला प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। अतिक्रमण करने वालों के राजनीतिक प्रभाव की वजह से पुलिस निष्क्रिय बनी हुई है। चेतावनी दी गई है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो हैदराबाद शहर में बड़ा आंदोलन होगा और अदालत में भी कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी। बता दें पाकिस्तान में इस घटना को लेकर हिन्दू समुदाय ने कड़ा विरोध जताया है।