
पाकिस्तान में सीडीएफ को लेकर तनाव बढ़ा (सोर्स- सोशल मीडिया)
Pakistan Air Force Chief Marshal Claim CDF Post: पाकिस्तान के आर्मी चीफ फील्ड मार्शल आसिम मुनीर को देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (CDF) बनाने के फैसले के खिलाफ अब विवाद शुरू हो गया है। इस पद को लेकर पाकिस्तान की राजनीति के दो बड़े नेता नवाज शरीफ और आसिफ अली जरदारी पहले से ही आसिम मुनीर का समर्थन कर रहे थे। लेकिन अब पाकिस्तान की सेना के अंदर भी विरोध की आवाजें तेज हो गई हैं।
जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान के वायु सेना प्रमुख एयर मार्शल जहीर अहमद बाबर सिद्धू ने भी इस पद को मिलने के खिलाफ अपना रुख साफ कर दिया है। एक पूर्व सेना अधिकारी ने खुलासा किया है कि सिद्धू ने न सिर्फ मुनीर का विरोध किया है, बल्कि उन्होंने खुद भी इस पद का दावेदारी पेश कर दी है। उन्होंने यह प्रस्ताव खुद पूर्व प्रधानमंत्री और पीएमएल-एन चीफ नवाज शरीफ के सामने रखा है।
जहीर अहमद बाबर सिद्धू ने बताया कि आज के समय में किसी भी युद्ध में एयरफोर्स की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। उनका कहना है कि मई में भारत के साथ हुई लड़ाई में पाकिस्तानी एयरफोर्स की भूमिका मुख्य थी, इसलिए उन्हें यह पद मिलना चाहिए। उन्होंने उसी कार्ड का उपयोग किया है, जिसका सहारा मुनीर ने पहले लिया था। आसिम मुनीर ने पहले फील्ड मार्शल बनने के लिए संविधान में बदलाव करवा कर रास्ता बनाया था, अब जहीर भी इसी रास्ते पर हैं।
सेना अधिकारी ने कहा कि जहीर अहमद बाबर सिद्धू और नवाज शरीफ के बीच मजबूत संबंध हैं। पिछले चुनाव में भी जहीर ने अपने छोटे भाई को पंजाब से पीएमएल-एन के टिकट पर चुनाव जितवाया था। इससे यह उम्मीद बढ़ गई है कि जहीर अहमद बाबर सिद्धू को भी पाकिस्तान का पहला CDF बनाया जा सकता है।
लेकिन इस राह में एक बड़ी बाधा है। ऐसा करने के लिए फिर से संविधान में संशोधन करना होगा। पिछले महीने हुए संशोधन में साफ कहा गया था कि CDF का पद पाकिस्तान सेना के एक फोर स्टार जनरल को मिलेगा। जबकि एयर चीफ मार्शल को इस पद के लिए संविधान में बदलाव करना पड़ेगा।
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हालांकि पाकिस्तान में सेना के निर्देश पर संविधान में बदलाव करना कोई बड़ी बात नहीं मानी जाती। लेकिन सबसे बड़ा सवासल है कि क्या आर्मी चीफ आसिम मुनीर इतनी आसानी से अपनी कुर्सी छोड़ेंगे? इसके चलते पाकिस्तान में अब इस पद को लेकर तनाव बढ़ गया है।






