माइकल रुबिन, फोटो ( सो. सोशल मीडिया)
वांशिगटन: अमेरिका के पूर्व पेंटागन अधिकारी और अमेरिकन एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ फेलो माइकल रुबिन ने कहा है कि भारत द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत की गई सर्जिकल स्ट्राइक ने पाकिस्तान को सैन्य और कूटनीतिक दोनों ही मोर्चों पर गंभीर झटका दिया है। ANI को दिए साक्षात्कार में रुबिन ने पाकिस्तान की आतंकवाद के प्रति नीति की तीखी आलोचना की और भारत की तेज और प्रभावशाली सैन्य कार्रवाई की सराहना की।
रुबिन के अनुसार, पहलगाम में हुए आतंकी हमले के तुरंत बाद भारत ने जिस तेजी और सटीकता से आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया, उसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी नेटवर्क की ओर खींचा। इससे पाकिस्तान के दावों की सच्चाई एक बार फिर उजागर हो गई।
रुबिन ने यह भी कहा कि इस पूरे संघर्ष में भारत ने न केवल सैन्य स्तर पर बल्कि कूटनीतिक क्षेत्र में भी पाकिस्तान पर स्पष्ट बढ़त हासिल की है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत की यह कूटनीतिक सफलता इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की आतंकवाद को मिलने वाली समर्थन पर गहन नजर रखी जा रही है।
रुबिन ने आगे बताया कि 7 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान नियंत्रित कश्मीर (PoK) में मौजूद आतंकी ठिकानों पर हमले को अंजाम दिया। जिसमें 100 से ज्यादा आतंकवादी खत्म ढेर हो गए। इसके बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की कोशिश की, लेकिन भारत ने न केवल उसका जवाब दिया, बल्कि पलटवार में कई पाकिस्तानी सैन्य अड्डों और एयरबेस को भी निशाना भी बनाया।
उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन ने पूरी दुनिया के सामने पाकिस्तानी सेना और आतंकियों के बीच के गहरे संबंधों को बेपर्दा कर दिया है। जब पाकिस्तानी सेना के अधिकारी वर्दी पहनकर आतंकियों के जनाजे में शामिल होते हैं, तो यह साफ हो जाता है कि पाकिस्तान में आतंकी और सैनिक में कोई फर्क नहीं है। रुबिन ने कड़े शब्दों में कहा कि इस चार दिन की लड़ाई में पाकिस्तान की स्थिति बिल्कुल एक डर गए कुत्ते जैसी हो गई थी। जो युद्धविराम की भीख मांगने लगा। अब पाकिस्तान इस हार को दुनिया में किसी भी तरह से छुपा नहीं सकता।
अमेरिका को लेकर रुबिन ने यह बताया कि जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता है, तो अमेरिका छुपकर कूटनीतिक प्रयास करता है ताकि यह तनाव परमाणु संघर्ष में न बदल जाए। हालांकि, उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ‘मध्यस्थता’ के दावों पर मज़ाकिया अंदाज में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर ट्रंप से पूछा जाए तो वे कहेंगे कि उन्होंने अकेले वर्ल्ड कप जीता है, इंटरनेट बनाया है और कैंसर भी ठीक कर दिया है।
रुबिन ने यह भी स्पष्ट किया कि यह लड़ाई भारत की ओर से शुरू नहीं किया गया था, बल्कि यह भारत पर थोप दिया गया था। उन्होंने कहा कि हर देश को अपने नागरिकों की सुरक्षा का अधिकार होता है। भारत ने केवल प्रतिक्रिया स्वरूप कार्रवाई की, जो पूरी तरह से उचित थी। भारत को स्पष्ट रूप से संदेश देना चाहिए कि वह सीमा पार से होने वाले आतंकी हमलों को कभी भी सहन नहीं करेगा।