सांकेतिक तस्वीर, (सो. सोशल मीडिया)
काठमांडू: दुनिया के कई देशों के बीच चल रहे युद्धों में अब ड्रोन हमलों की भूमिका काफी अहम हो गई है। इसी कड़ी में भारत के पड़ोसी देश नेपाल ने भी एक फ्लाइट ड्रोन विकसित किया और उसका परीक्षण शुरू किया। लेकिन टेस्टिंग के दौरान यह ड्रोन तकनीकी खराबी के चलते सीधे काठमांडू स्थित संसद भवन के ऊपर जा गिरा। इस घटना से सुरक्षा एजेंसियों में खलबली मच गई। मामले की जांच के बाद एक प्रोफेसर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एक कॉलेज प्रोफेसर की देखरेख में छात्रों द्वारा तैयार किए गए एक टेस्ट-फ्लाइट ड्रोन की उड़ान के दौरान बड़ी चूक हो गई। उड़ान परीक्षण के दौरान ड्रोन अनियंत्रित होकर नेपाल के संसद भवन परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस घटना के बाद गुरुवार को पुलिस ने कॉलेज के एक प्रोफेसर और चार छात्रों को गिरफ्तार कर लिया।
नेपाल की संसद के परिसर में एक ड्रोन के गिरने की घटना के बाद गुरुवार को एक कॉलेज प्रोफेसर और चार छात्रों को हिरासत में लिया गया। यह ड्रोन उस प्रोफेसर की देखरेख में छात्रों द्वारा बनाया गया था। जब छात्र इसका परीक्षण कर रहे थे, तभी यह ड्रोन अनियंत्रित होकर संसद भवन के ऊपर जा गिरा।
काठमांडू मेट्रोपॉलिटन पुलिस के प्रवक्ता अपिल बोहरा ने जानकारी दी कि मंगलवार को संसद परिसर से एक दुर्घटनाग्रस्त ड्रोन बरामद हुआ है। उन्होंने बताया कि यह ड्रोन संसद भवन की छत पर पाया गया, जो एक नो-फ्लाई ज़ोन घोषित क्षेत्र है। बोहरा के अनुसार, इस मामले में टेक्स्पायर कॉलेज से एक प्रोफेसर और चार छात्रों को गिरफ्तार किया गया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ड्रोन को कॉलेज परिसर से उड़ाया गया था।
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कॉलेज प्रिंसिपल लक्ष्मण पोखरेल ने बताया कि छात्र और शिक्षक मिलकर ड्रोन की टेस्ट फ्लाइट कर रहे थे, लेकिन संचार प्रणाली में आई गड़बड़ी के चलते वह नियंत्रण से बाहर होकर संसद भवन पर जा गिरा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह ड्रोन छात्रों ने अपने असाइनमेंट प्रोजेक्ट के तहत तैयार किया था और उसी की उड़ान जांच की जा रही थी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और सभी पांचों संदिग्धों को आगे की कार्रवाई तक हिरासत में रखा गया है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)