मार्को रूबियो, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
US China diplomatic tension: अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने गुरुवार को घोषणा की कि अब उन सेंट्रल अमेरिकी नागरिकों के वीज़ा पर रोक लगाई जाएगी, जो चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) के इशारे पर वहां की क़ानूनी व्यवस्था और शासन को कमजोर करने वाली गतिविधियों में शामिल हैं। रूबियो का यह कदम चीन के लिए एक बड़ी कूटनीतिक चोट माना जा रहा है।
रुबियो के प्रेस बयान में कहा गया कि अमेरिका ने नई वीज़ा पाबंदी नीति लागू की है। इसके तहत उन केंद्रीय अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाया जाएगा, जो जानबूझकर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) की ओर से काम करते हुए ऐसी गतिविधियों में शामिल हैं, जिन्हें वे निर्देशित करते हैं, अनुमति देते हैं, धन उपलब्ध कराते हैं या फिर सक्रिय रूप से समर्थन करते हैं, जिनसे क्षेत्र में क़ानून का शासन कमजोर होता है। रूबियो ने स्पष्ट किया कि वाशिंगटन केंद्रीय अमेरिका में चीन के भ्रष्ट प्रभाव का विरोध करने और वहां लोकतांत्रिक संस्थाओं व कानून व्यवस्था को कमजोर करने की उसकी कोशिशों को रोकने के लिए दृढ़ है।
रुबियो ने बताया कि नई नीति के तहत उन कई सेंट्रल अमेरिकन नागरिकों पर वीज़ा बैन लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जो पहले ऐसी गतिविधियों में शामिल रहे हैं। इस फैसले के बाद प्रभावित व्यक्तियों और उनके नजदीकी परिजनों को अब सामान्य रूप से अमेरिका में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी। विदेश मंत्री रुबियो ने कहा कि यह कदम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अमेरिका की आर्थिक वृद्धि और राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
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रुबियो ने कहा, “हम उन सेंट्रल अमेरिकन नागरिकों की जवाबदेही तय करने की प्रक्रिया जारी रखेंगे, जो जानबूझकर चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) के साथ मिलकर हमारे क्षेत्र को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं। क्षेत्र की स्थिरता और सुरक्षा बनाए रखने के लिए अमेरिका हर संभव उपाय अपनाता रहेगा।”
फिलहाल विदेश मंत्री रुबियो इक्वाडोर की यात्रा पर हैं। यहां उन्होंने राष्ट्रपति डैनियल नोबोआ अज़िन से मुलाकात की और अमेरिकी दूतावास अधिकारियों के साथ संगठित अपराध पर काबू पाने और अवैध प्रवासन रोकने को लेकर चर्चा की।