खैबर पख्तूनख्वा में फिर धमाका, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
Pakistan Suicide Bomber Attack: पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी इलाके में स्थित खैबर पख्तूनख्वा प्रांत लगातार हिंसा और आतंकी गतिविधियों से जूझ रहा है। पिछले कई महीनों से सुरक्षाबलों को निशाना बनाकर हमलों की घटनाएँ बढ़ती जा रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को लक्की मारवात जिले में एक बार फिर पुलिस बल पर आत्मघाती हमला किया गया, जिसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए।
पुलिस के मुताबिक हमला ताजोरी पुलिस थाने के पास हुआ। जैसे ही पुलिस वाहन वहां पहुंचा, एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को विस्फोट से उड़ा लिया। धमाका इतना शक्तिशाली था कि आसपास के क्षेत्र में भी झटके महसूस किए गए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हमले में शहीद हुए हेड कांस्टेबल की पहचान अलाउद्दीन के रूप में हुई है। घायल पुलिसकर्मियों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
हमले के तुरंत बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने क्षेत्र को घेरकर तलाशी अभियान शुरू किया। अधिकारियों के अनुसार हमले के दौरान हमलावर का एक साथी मौके से फरार होने में सफल रहा, जिसकी तलाश में बड़ा ऑपरेशन चलाया जा रहा है। पुलिस का मानना है कि यह हमला क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादी संगठनों द्वारा योजना बनाकर किया गया है।
खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी ने घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि सरकार पुलिस और सुरक्षाबलों के साथ मजबूती से खड़ी है। आतंकियों के खिलाफ व्यापक अभियान शुरू किया गया है और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
यह पहली बार नहीं है जब लक्की मारवात और उसके आसपास के इलाकों में सुरक्षाबलों को निशाना बनाया गया है। हाल के दिनों में खैबर पख्तूनख्वा में आतंकवादी गतिविधियों में तेजी देखी जा रही है। कुछ दिन पहले ही पाकिस्तानी सेना के काफिले पर भी घातक हमला हुआ था, जिसमें एक सेना कैप्टन सहित पांच जवान मारे गए थे। लगातार बढ़ते हमलों से यह स्पष्ट होता है कि क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है, जिससे सरकार और सुरक्षा एजेंसियों की चिंताएं और बढ़ गई हैं।
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विशेषज्ञों का मानना है कि अफगानिस्तान सीमा के नजदीक होने और चरमपंथी संगठनों की सक्रियता के कारण खैबर पख्तूनख्वा पाकिस्तान के सबसे संवेदनशील प्रांतों में से एक बना हुआ है। आने वाले दिनों में प्रांत की सुरक्षा स्थिति और चुनौतियों के प्रति सरकार को विशेष सतर्कता बरतनी होगी।