कॉन्सेप्ट (सौजन्य- सोशल मीडिया)
काहिरा: हमास चीफ याह्या सिनवार की मौत के बाद इजराइली सेना द्वारा गाजा पर हमला बढ़ता जा रहा है। इजरायल द्वारा किए गए हमले में तीन बच्चों सहित 11 लोगों की मौत की खबर सामने आई है। मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। शनिवार 19 अक्टूबर को किए गए हमले में कम से कम 10 लोग और मारे गए थे। जानकारी के मुताबिक बीते 24 घंटे में करीब 62 लोग मारे गए हैं। वहीं 300 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। हमले के दौरान इमारत के मलबे में कई लोगों के जिंदा दबे होने की भी संभावना है जिसकी वजह से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार जबालिया के शरणार्थी शिविर पर इजरायली हमले में सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। वहीं कई लोगों के मलबे में दबने की आशंका है। ऐसे में बताया जा रहा है कि फिलिस्तीनी मृतकों की संख्या करीब 42 हजार के बार हो चुकी है। बता दें कि इजरायली सेना ने जबालिया शिविर पर जबरदस्त बमबारी की। इजरायली सीमा पर हमास के हमले के बाद गाजा पट्टी पर बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान शुरू किया गया।
हमास द्वारा संचालित गाजा सरकार के मीडिया कार्यालय ने बताया कि मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। क्योंकि काफी सारे लोग अभी भी मलबे में दबे हुए हैं। इन मारे गए लोगों में बच्चे और महिलाएं भी शामिल है। हालांकि इजरायल ने इस बारे में अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है। स्थानीय लोगों के अनुसार इजरायल की सेना रोजाना दर्जनों घरों को अपना निशाना बनाती है और उन्हें नष्ट करती है। इसके अलावा इमारतों में विस्फोटक पदार्थ रखकर उन्हें उड़ा रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वहां संचार और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं जिसकी वजह से बचाव अभियान में दिक्कत आ रही है।
इजरायल ने बीते गुरुवार को हमास के नेता याह्या सिनवार को मारा था। इस बात की पुष्टि हमास ने शुक्रवार यानी 18 अक्तूबर को की। इसके अलावा वहां के चरमपंथी संगठन ने अपना पुराना रुख अपनाया और कहा कि इजरायल में बंधक बनाए गए लोगों को तक तक नहीं छोड़ा जाएगा जब तक गाजा में संघर्ष विराम और इजरायली सैनिकों की वापसी नहीं होती है।