इजरायली हमले में मारा गया हमास कमांडर राद साद (सोर्स- सोशल मीडिया)
Israel killed hamas Top Commander Raad Saad: इजरायली रक्षा बल (IDF) और इजरायल सुरक्षा एजेंसी (ISA) ने 13 दिसंबर 2025 को गाजा में एक टार्गेट ऑपरेशन में हमास के वरिष्ठ कमांडर राद साद को मार गिराने का दावा किया है। इजरायल के मुताबिक, राद साद हमास के सैन्य विंग में हथियार उत्पादन मुख्यालय का प्रमुख था और 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हुए भीषण हमले की योजना बनाने वालों में शामिल था।
IDF ने बताया कि राद साद हाल के महीनों में हमास के सबसे खतरनाक आतंकियों में से एक बन चुका था। सीजफायर के बावजूद, वह हमास की सैन्य संरचना को फिर से खड़ा करने और हथियार निर्माण को तेज करने में लगा हुआ था। इजरायली सेना ने यह भी दावा किया कि राद साद हाल के समय में IDF सैनिकों पर किए गए कई विस्फोटक हमलों के पीछे था।
राद साद ने गाजा सिटी ब्रिगेड की स्थापना की थी और हमास की नौसैनिक ताकत को भी मजबूत किया था। वह हमास के सैन्य विंग के डिप्टी चीफ मरवान इस्सा का करीबी सहयोगी था। IDF के मुताबिक, राद साद ने ‘जेरिको वॉल’ योजना तैयार की थी, जिसके तहत 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया गया था।
🔴 ELIMINATED: Ra’ad Sa’ad, Head of the Weapons Production Headquarters of Hamas’ Military Wing and One of the Architects of the Brutal October 7th Massacre Sa’ad was one of the last remaining veteran senior militants in the Gaza Strip and a close associate of Marwan Issa, the… pic.twitter.com/nIa1VUqryI — Israel Defense Forces (@IDF) December 13, 2025
यह हमला इजरायल के इतिहास में सबसे घातक आतंकी हमलों में से एक था। इजरायल ने आरोप लगाया कि संघर्षविराम के बावजूद राद साद हथियार और विस्फोटक बना रहा था, जिसका इस्तेमाल इजरायली सैनिकों पर हमलों में किया गया। IDF और ISA ने यह स्पष्ट किया कि हमास के खिलाफ अभियान जारी रहेगा और संगठन की सैन्य क्षमताओं को समाप्त करने के लिए ऐसे ऑपरेशन किए जाएंगे।
7 अक्टूबर 2023 को हमास के नेतृत्व में हुए हमले में दक्षिणी इजरायल में करीब 1,200 लोग मारे गए, जिनमें अधिकांश नागरिक थे, और 251 लोग बंधक बनाए गए थे। इसके बाद, इजरायल ने गाजा में सैन्य कार्रवाई तेज की, जिसके परिणामस्वरूप गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार अब तक 70,700 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें एक बड़ी संख्या आम नागरिकों की है।
यह भी पढ़ें: बांग्लादेश में छात्रा नेता पर हमले के बाद तनाव, यूनुस सरकार ने शुरू किया ऑपरेशन डेविल हंट 2.0
हालांकि इस साल 10 अक्टूबर को युद्धविराम समझौता लागू होने के बाद लाखों फिलिस्तीनी गाजा सिटी के बर्बाद इलाकों में लौटने में सक्षम हुए हैं। इजरायल ने शहर के कई हिस्सों से अपनी सेना वापस बुला ली है, और मानवीय सहायता की आपूर्ति में भी वृद्धि हुई है।