इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू
यरूशलेम: इजरायल इस समय कई मोर्चों का अकेले सामना कर रहा है। हालांकि उसके बैक सपोर्ट में अमेरिका है। यही नहीं संयुक्त राष्ट्र देश भी इजरायल के समर्थन में है। बावजूद इसके इजरायल, संयुक्त राष्ट्र (UN) के कंट्राेल से बाहर है। यही नहीं इजरायल ने UN के खिलाफ कानून भी पारित कर दिया है।
इजरायली सांसदों ने सोमवार को गाजा के लोगों को सहायता प्रदान करने से संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी को रोकने वाला कानून पारित किया है। ये कानून गाजा के लोगों को सहायता करने पर संयुक्त राष्ट्र पर रोक लगाता है।
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इस कानून के जरिए संयुक्त राज्य की एजेंसी को इजरायली धरती पर काम करने से रोकने का प्रावधान है। यह विधेयक फलस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएनआरडब्ल्यूए यानी संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (UNRWA) को इजराइल के अंदर कोई भी गतिविधि करने या कोई भी सेवा प्रदान करने से प्रतिबंधित करता है। यह तुरंत प्रभावी नहीं होगा। ।
बता दें कि इजरायल और हमास के बीच पिछले एक साल से ज्यादा समय संघर्ष जारी है। हमास के समर्थन में लेबनान का चरमपंथी संगठन हिजबुल्ला, हमास के समर्थन में इजरायल का विरोध करने लगा। हिजबुल्ला ने इजरायल पर हमला भी किया। इसके बाद इजरायल, हमास के साथ ही हिजबुल्ला से भी सीधे मोर्चे में शामिल होगा गया।
हमास और हिजबुल्ला के खिलाफ इजरायल का जवाबी कार्रवाई को देख ईरान भी इस युद्ध में कूद पड़ा। हमास और हिजबुल्ला के समर्थन में ईरान ने इजरायल को कई बार चेतवनी दी और कड़ा विरोध जताया। इजरायल के हमले ने हमास और हिजबुल्ला संगठन के कई चीफ और कमांडर मारे गए। इसके बाद ईरान भी इजरायल पर हमला किया।
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1 अक्टूबर से ईरान 26 दिन तक लगातार इजरायल पर हमला करता रहा। तब तक इजरायल ने कोई भी जवाबी कार्रवाई नही किया था। इसके बाद 26 अक्टूबर को ईरान पर इजरायल ने हमला किया। जिसमें ईरान के कई सेना की मौत हो गई। फिलहाल इजरायल का संघर्ष जारी है। गाजा में हमास पर इजरायली सेना का आक्रमण जारी है।