डोनाल्ड ट्रंप (फोटो- सोशल मीडिया)
वाशिंगटन: इजराइल और ईरान के बीच पिछले पांच दिनों से संघर्ष चल रहा है। इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि इस युद्ध में अमेरिका भी उतर सकता है। ट्रंप ने ईरान को मूर्ख बताया है, साथ ही ईरानी जनता से राजधानी तेहरान को खाली करने के लिए कहा है।
ट्रंप ने ईरान के न्यूक्लियर डील पर साइन न करने के फैसले को मूर्खतापूर्ण करार दिया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए कहा कि, ईरान को उस समझौते पर हस्ताक्षर कर देने चाहिए थे, जिसकी मैंने सिफारिश की थी। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है, मानव जीवन का गंभीर नुकसान और एक बड़ी शर्म की बात। स्पष्ट शब्दों में कहें तो, ईरान को परमाणु हथियार रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती। मैंने यह बात कई बार दोहराई है। सभी को तुरंत तेहरान छोड़ देना चाहिए।
ट्रंप हाल ही में जी-7 देशों के सम्मेलन में शामिल होने के लिए कनाडा गए थे, जिसे वह बीच में छोड़कर वापस आ गए। जानकारी के मुताबिक, इस दौरान उन्होंने जी-7 के उस साझा बयान पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया, जिसमें ईरान-इजराइल संघर्ष में स्थिरता लाने की बात कही गई थी। मिली जानकारी के मुताबिक, ट्रंप ने इजराइल का साथ देने का ऐलान करते हुए दावा किया कि ईरान एक हारी हुई जंग लड़ रहा है, जिसमें उसका जीतना असंभव है।
अपने बड़बोलेपन के लिए प्रसिद्ध डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में दावा किया था कि वह ईरान और इजराइल के बीच संघर्ष को हमेशा के लिए खत्म करवा देंगे। ट्रंप ने कहा था कि जिस प्रकार से उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को बिजनेस डील की पेशकश करके समाप्त करवाया, उसी प्रकार वह इजराइल और ईरान के बीच समझौता करवाएंगे।
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उन्होंने कहा कि अमेरिका के साथ व्यापार का उपयोग करके बेहतरीन नेताओं के साथ बातचीत करके तर्क, सामंजस्य और विवेक लाया जा सकता है, तो यहां क्यों नहीं। ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल पर की बात करते हुए कहा कि उस समय सर्बिया और कोसोवो में कई दशकों से तीखी नोकझोंक चल रही थी, जिसे मैंने लंबी बातचीत के बाद रुकवाया था। मैं इसे भी ठीक कर दूंगा।